राजस्थान में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला आया सामने, 1 जून को पॉजिटिव रिपोर्ट होकर स्वस्थ हुई महिला में था डेल्टा प्लस वैरिएंट, अब पूरा परिवार स्वस्थ, स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रेस्पॉन्स टीम ने किया सैंपलिंग व सर्वे | New India Times

अशफाक कायमखानी, बीकानेर/जयपुर (राजस्थान), NIT:

राजस्थान में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला आया सामने, 1 जून को पॉजिटिव रिपोर्ट होकर स्वस्थ हुई महिला में था डेल्टा प्लस वैरिएंट, अब पूरा परिवार स्वस्थ, स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रेस्पॉन्स टीम ने किया सैंपलिंग व सर्वे | New India Times

राजस्थान में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरीअंट का पहला मामला बीकानेर में चिन्हित हुआ है। 1 जून को पॉजिटिव आई बंगलनगर निवासी 65 वर्षीय महिला में ये वैरिएंट रहा था। हालांकि महिला 12 दिन पहले ही नेगेटिव भी हो चुकी है और पूरा परिवार अब स्वस्थ है। दरअसल नियमित सर्विलेंस के तहत जांच के लिए कोविड लैब आने वाले कुछ सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ वायारोलोजी की पुणे स्थित लैब भेजे जाते हैं। उन्हीं में से 25 दिन बाद यह रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुई है। महिला पॉजिटिव रहने के दौरान एसिंप्टोमेटिक रही और जल्द ही नेगेटिव भी हो गई थी। महिला के परिवार का ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय है, प्रथम दृष्टया विभिन्न राज्यों से जुड़े होने के कारण डेल्टा प्लस वैरिएंट घर तक पहुंचा माना गया है।
सूचना मिलने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की रैपिड रिस्पांस टीम ने बंगला नगर स्थित महिला के आवास पर पहुंच कर त्वरित कार्यवाही की। सीएमएचओ डॉ ओपी चाहर ने स्वयं जाकर गतिविधि की मॉनिटरिंग की। डिप्टी सीएमएचओ डॉ रमेश कुमार गुप्ता व एपिडेमियोलॉजिस्ट नीलम प्रताप सिंह राठौड़ के नेतृत्व में दल ने आसपास के 50 घरों का सर्वे भी किया। दल द्वारा वहां सभी परिवारजनों के 2-2 सैंपल लिए गए हैं जिनमें से किसी के भी पॉजिटिव पाए जाने पर उसका सैंपल भी सैंपल भी जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए पुणे भेजा जाएगा। शनिवार को विभिन्न दलों द्वारा इस क्षेत्र में सैम्पलिंग व गहन सर्वे का कार्य किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. ओ. पी. चाहर ने बताया कि 12 मई को इस महिला का बेटा और 29 मई को पति व पौत्र कोरोना संक्रमित रिपोर्ट हुए थे। इस कारण कांट्रेक्ट ट्रेसिंग के दौरान इनकी जांच के लिए सैम्पल लिए गए। उसका सेम्पल 29 मई को लिया गया व 1 जून को कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट हुई। महिला द्वारा कोरोना जांच के लिए सैम्पल लिए जाने से लगभग पंद्रह दिन पूर्व ही कोवेक्सीन की दोनों डोज ले ली गई थी। वह एसिम्प्टमेटिक पाॅजिटिव थी तथा पाॅजिटिव होने से लेकर अब तक पूर्णतया स्वस्थ्य है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह विभाग की प्रोएक्टिव नियमित प्रक्रिया है जिसमें किसी तरह की चिंताजनक स्थिति नहीं है।


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