वी.के.त्रिवेदी, ब्यूरो चीफ, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT:
मोहम्मदी तहसील क्षेत्र के ग्राम सिसोरा नासिर में फिर गेहूं के खेतों में आग लगी और लगभग 35 बीघा गेहूं जलकर राख हो गया। कुछ दिन पूर्व ग्राम रधौला में खलिहान में लगी आग ने कई घरों, खेतों को जलाकर राख कर दिया। जिसमें कई ग्रामीणों के घरों में रखी खाने-पीने की सामग्री के साथ गृहस्थी का सामान, बर्तन, जेबर, पैसा और दो पशु जलकर राख हो गए थे। सूचना पाते ही अगर समय पर ग्रामीणों व एसडीएम, सीओ, कोतवाल, तहसीलदार, पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी न पहुचती तो पूरा रधौला गांव आग की चपेट में आ सकता था।
मोहम्मदी ब्लाक के गांव रधौला में रविवार की शाम खलिहान में अज्ञात कारण से आग धधक उठी और देखते ही देखते आग ने भयंकर रूप धारण करते हुए सूबेदार, जटायू, बडक्के के घरों को अपनी चपेट में ले लिया। तेज हवाओं के कारण आग बढ़ती जा रही थी इन लोगों को अपने घरों से कोई भी सामान निकालने का मौका भी नहीं मिला पाया फलस्वरूप इनकी सारी गृहस्थी, बिछौने, कपड़ो से लेकर रूपया-पैसा जेबर, बर्तन और खाद्य सामग्री सबकुछ जलकर राख हो गया। आपदा ने उन्हें खुले आसमान के नीचे लाकर खड़ा कर दिया। इनके घरों के पास ही लल्लू, प्रवेश कुमार, रामभजन, अशोक कुमार, राधे , रामप्रकाश, छोटेलाल, अहिबरन, परशुराम के कण्डे की बठियों को चपेट में लेकर छप्परों तक को समेटते बिकराल रूप ले पाती उससे पूर्व ग्रामीणों ने छप्परों की रस्सियों को काटकर उन्हें जमीन पर गिरा दिया जिससे घर के अन्दर का हिस्सा जलने से बच गए। इसी बीच ग्रामीणों ने एसडीएम स्वाति शुक्ला एवं कोतवाल बृजेश त्रिपाठी को सूचना दी। जिस पर तत्काल अग्निशमन दल को तुरन्त रधौला पहुंचने को इन अधिकारियों ने कहा, साथ ही स्वयं एसडीएम स्वाति शुक्ला, सीओ अभय प्रताप मल, कोतवाल बृजेश त्रिपाठी, तहसीलदार विकासधर दुबे, पुलिस एवं राजस्व के अधिकारियों कर्मचारियों के साथ मौके पर जा पहुंचे। इन अधिकारियों के दिशा-निर्देशन में ग्रामीणों एवं फायर सर्विस के कर्मचारियों ने आग को फैलने पर काबू पाया। जब आग पूरी तरह बुझ गयी तब ये सभी लोग वापस आये। एसडीएम ने मौके पर लेखपाल, कानूनगों को इस आग से हुई छति का मूल्याकंन करने का आदेश दिया। ताकि पीड़ितों को अहेतुक सहायता दी जा सके।
पसगवां ब्लाक के ग्राम सिसोरा शहामत में दूसरी बार गेहूं के खेत में आग लगी और देखते ही देखते एक एकड़ गेहूं जलकर राख हो गया। तीन दिन पूर्व सिसोरा नासिर में आग लगी थी जिसमें 35 बीघा गेहूं जलकर राख हो गया था। क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आग की छोटी-छोटी कई घटनाए घटित हो चुकी है। हर वर्ष जब आग अपना विकराल रुप दिखाती है तब नेताओं को मोहम्मदी में फायर स्टेशन स्थापित हो की याद आती है। और गर्मी का मौसम खत्म होते ही फिर लोग भूल जाते है। लेकिन बीसियों वर्षो से फायर स्टेशन की हो रही मांग आज तक पूरी नहीं हो सकी।
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