अशफाक कायमखानी, सीकर ( राजस्थान ), NIT;
राजस्थान के जाने माने किसान नेता व पुर्व केन्द्रीय मंत्री सुभाष महरिया के कांग्रेस जोइन करने के बाद सीकर कांग्रेस में नये जोश का संचार तो हुआ ही है वही प्रदेश स्तर पर भी किसानों व अल्पसंख्यकों का झुकाव खास तौर पर फिर से कांग्रेस के पक्ष में तेजी के साथ होने लगा है। महरिया शेखावाटी की वो शख्सियत मानी जाती है जिसका केवल किसान समुदाय में ही प्रभाव नहीं है बल्कि समान रुप से सभी समुदाय व बिरादियों में उनका खासा प्रभाव पाया जाता है।
काफी मेहनत व हर दिन करीब तीन सौ किलोमीटर का अपने सीकर लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों व कस्बों का दौरा कर मतदाताओं के सुख-दुख में शामील होकर उनके साथ हरदम खड़े रहने वाले सुभाष महरिया के घर पर उनका लम्बा चौड़ा स्टाफ वाला दफ्तर कायम है। जहां से क्षेत्र की जनता समस्याएं सुनकर उनको दूर करने के सभी जतन करके उन्हें राहत दिलाने का कार्य रोजमर्रा का सालों से प्रचलन में है। पल-पल की खबर रखने व क्षेत्र में घटित होने वाली हर घटना पर पैनी नजर रखने वाले महरिया के कांग्रेस में आने के बाद से भाजपा अभी तक छटपटाहट से उभर नही पा रही है।
पिछले दिनों सीकर में कुछ समाज दुश्मन अनासिरों के गुटों द्वारा शहर की कौमी यकजहती को ठेस पहुंचाने की कोशिश करके शहर में सालों से जारी गंगा-जमनी तहजीब को चोट पहुंचाने की कोशिशे हुई, तो बिना समय गवाऐ महरिया मैदान में झठ कूद कर एक दिन बाद ही अनिश्चकालीन बाजार बंद की घोषणा के बावजूद अपने प्रभाव वसंपर्कों का उपयोग करते हुये बाजार को खुलवा कर व शहर में शांति मार्च निकालकर पूरी तरह अमन कायम करके सभी स्तर व समाजों में अपनी पैठ में इजाफा ही किया है। इसी तरह पिछले महीने प्रदेश कांग्रेस कार्यलय में प्रभारी महामंत्री अविनाश पांडे व मंत्री काजी निजामुद्दीन ने प्रदेशाध्यक्ष पायलेट की मौजूदगी में सभी जिलों के नेताओं को कर्मवार जयपुर बुलाकर जिला स्तरीय मुद्दों की पहचान व फिर से कांग्रेस के सत्ता में आने के विकल्पों पर विचार विमर्श के सिलसिले में सीकर जिले की बारी के समय सुभाष महरिया ने सभी आठ विधान सभा क्षेत्रों की तथ्यात्मक व आंकडों सहित रिपोर्ट आॅन पेपर रखी तो सभी सीनियर नेतागण आश्चर्यचकित होकर महरिया को प्रयासों की मुक्त कण्ठ से काफी सराहना करते हुये उनके सभी तथ्यों पर अमल करने का विश्वास दिलाया।
महरिया की कार्यशेली व उनके जनाधार पर विश्वास करते हुये 14-जून को उनके संयोजन में सीकर में आयोजित विशाल किसान आक्रोश रैली में प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलेट, प्रभारी महामंत्री अविनाश पाण्डे, विपक्ष के नेता डूडी सहित अनेक प्रदेश के दिग्गज नेताओं ने पूरे राजस्थान में से केवल सीकर की ही रैली में आकर किसान समुदाय को सम्बोधित करने का तय करने का जो फैसला किया वो एक पुख्ता विश्वास की तरफ इशारा करता है। 14-जून की इस विशाल व सफल रैली के आयोजित होने के बाद से महरिया की प्रतिष्ठा पार्टी हाईकमान के सामने एक दम से बढ गई है।
14-जून को तपते सूरज व चिलचिलाती धूप एवं माह-ऐ-रमजान होने के बावजूद दस हजार से अधिक किसानो को सीकर की क्रषि उपज मंडी मे आयोजित किसान आक्रोश रेली मे भीड़ के रुप मे जुटा कर सुभाष महरिया ने भाजपा सरकार के सामने कड़ी चुनोती पेश करके किसानो के कर्जमाफी सहित विभिन्न मांगो को मजबूती से नये सिरे से उठाकर सीकर की अवाम को एक मजबूत नेतृत्व प्रदान करते हुये प्रदेश मे एक मिशाल कायम की है।
कुल मिलाकर यह है कि सुभाष महरिया के कांग्रेस जोइन करने के बाद से ही भाजपा में एक अजीब सी बेचैनी व हलचल कायम है। दूसरी तरफ इनके आने से सीकर कांग्रेस में एक नये जोश का संचार हुआ है।
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