रहीम शेरानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:
झाबुआ जिले के मेघनगर में लंबे समय से झोलाछाप डॉक्टर दवाखाने खोलकर क्षेत्र के गरीब भोले-भाले आदिवासी मरीजों का शारीरिक, आर्थिक और मानसिक शोषण खुले आम कर रहे थे। मेघनगर मे शनिवार को युवा एसडीएम श्री गर्ग एवं युवा बीएमओ श्री वर्मा द्वारा फर्जी दवाखानों पर अपनी टीम के साथ छापामार कार्यवाही की गई थी जिसमें नगर के तीन डॉक्टरों को पकड़ कर स्थानीय पुलिस थाने ले जाया गया था जहां से उन्हें 2 दिन मे अपने वेध दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गाया गया था। पकड़े गए डॉक्टरों ने प्रशासनिक टीम को 3 दिन बित जाने के बाद भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किये और अपना रुआब दिखाते हुए पुन दवाखाने खोलकर बैठ थे।
नगर के सक्रिय पत्रकारों ने अपने न्यूज़ चैनल, समाचार पोर्टल, समाचार पत्र में अवैध रूप से संचालित हो रहे दवाखानों के बारे में खबर प्रकाशित कर मामले को सुर्खियों में लाकर शासन-प्रशासन को अवगत कराया जिसके चलते पूरा मामला आमजन एवं जिला प्रशासन के संज्ञान में आया जिसके बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया और बुधवार को सुबह नगर में हो रहे अवैध रूप से संचालित दवाखानों के दो फर्जी डॉक्टरों को पुलिस ने हिरासत में लेकर स्थानीय थाने ले जाया गया जहां पर कानूनी कार्यवाही कर आयुर्विज्ञान अधिनियम की धारा 24 के तहत मामला पंजीबद्ध कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से न्यायालय द्वारा दोनों को जेल भेज दिया गया।
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