त्रिवेन्द्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:
देवरी क्षेत्र के केसली ब्लाक की सूरजपुरा मध्यम परियोजना जो सम्पूर्ण परियोजना करीब 56 करोड़ रुपए की लागत की है जो करीब केसली ब्लाक के 20 ग्रामों के किसानों को लाभ देने के लिए क्षेत्रीय विधायक द्वारा स्वीकृत कराई गई थी मगर ठेकेदार व जल संसाधन विभाग की लापरवाही के कारण वह कार्य करीब 6 वर्ष पूर्ण होने के बाद भी सम्पूर्ण निर्माण कार्य नहीं किया गया जिसमें ग्रामों के किसानों द्वारा परियोजना में ठेकेदार व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों पर करोड़ों की राशि में भ्रष्ट्राचार करने के आरोप लगाये जा रहे थे जिसमें क्षेत्रीय विधायक हर्ष यादव द्वारा नहर निर्माण कार्य व अन्य कार्य 6 वर्ष से पूर्ण न होने पर व किसानों की समस्या को लेकर धरना देने व जल सत्याग्रह करने की बात कही गई है व यह पूरा मामला देवरी के पत्रकारो द्वारा लगातार उठाया जा रहा है व उस मामले में ठेकेदार तथा संबंधित अधिकारी की लापरवाही उजागर हो रही है जिसको लेकर देवरी एसडीएम राजेन्द्र कुमार पटेल ने पूरा मामला गंभीरता से लिया और समस्या निराकरण के लिये कलेक्टर को पत्र भेजा जिसमें बताया कि देवरी एसडीएम द्वारा जल संसाधन विभाग से प्रतिवेदन मांगा गया था जिसमें प्राप्त जानकारी अनुसार प्रतिवेदन में बताया गया है कि सूरजपुरा मध्यम परियोजना का नहर निर्माण कार्य मेसर्स पी. व्ही. आर रम नैया नागपुर महाराष्ट्र द्वारा वर्ष 2015-16 से किया जा रहा था, उक्त ठेकेदार द्वारा कार्य में प्रगति न लाने के कारण बार बार लेख किया गया परन्तु ठेकेदार द्वारा समुचित प्रगति न लाने के कारण उक्त कार्य को विभाग द्वारा माह फरवरी 2020 को बिखंडित किया गया एवं शेष कार्य के लिये पुनः निविदा जारी की गई लेकिन आज दिनांक तक शासन स्तर पर निविदा प्रक्रियाधीन है, विगत तीन वर्ष से दायी तट नहर के द्वारा लगभग पांच किलोमीटर नहर मेथ पानी चलाकर ग्राम पलोह बम्होरी नयागांव के कृषको को पानी दिया जा रहा है एवं देहार नदी में बांध से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है जिससे देहार नदी के किनारे के सभी ग्रामो के कृषक लगभग बीस किलो मीटर सिचाई सुविधा ले रहे है जैसे ही नवीन निविदा कार नियुक्त होता है शेष नहर कार्य पूर्ण कराने की बात की गई है वही ग्रामों के किसानों का कहना है कि आज भी पानी नहीं मिल पा रहा है।ख
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