यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:
अंबेडकर भवन सागर पाड़ा धौलपुर में राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले के 191 वीं जयंती के उपलक्ष में अनुसूचित जाति एकता परिषद धौलपुर के तत्वाधान में धौलपुर जिले के नगर पालिका एवं नगर परिषद में नवनिर्वाचित सभापति, चेयरमैन, वाइस चेयरमैन सहित नगर परिषद धौलपुर के अनुसूचित जाति वर्ग के नवनिर्वाचित पार्षदों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में खुशबू सिंह पत्नी निशांत सिंह सभापति, उपसभापति माया शर्मा, नगर परिषद धौलपुर, विशिष्ट अतिथि के रुप में रजनीकांत कुशवाह पत्नी डॉ शिवचरण कुशवाह, बाड़ी नगर पालिका की चेयरमैन कमलेश जाटव, राजाखेड़ा नगर पालिका के वाइस चेयरमैन भारती सिंह उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्णा कुमारी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के द्वारा की गई। अतिथियों द्वारा तथागत गौतम बुद्ध, ज्योतिराव फुले, माता सावित्रीबाई फुले तथा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की तस्वीरों के समक्ष दीप प्रज्वलित कर तथा पुष्प समर्पित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की गई। कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन श्रीमती सविता सिंह प्रधानाचार्य के द्वारा किया गया। इसमें सबसे पहले अनुसूचित जाति एकता के द्वारा नव वर्ष 2021 स्नेह मिलन के शुभ अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह एवं माता सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाने के लिए एकता परिषद के अध्यक्ष कप्तान सिंह व संस्थापक सदस्य रहे मांगीलाल भूतिया, पप्पू सोनी, रमेश साहू, डॉ रतन सिंह, वीरू रजक, सुनील नरवार, अनिल धारिया, शिवराम पथरोर, रामनाथ मेहरा, भूप सिंह महावर, अमित कुमार कर्दम, प्रताप सिंह, प्रहलाद रजक आदि के योगदान का जिक्र किया गया। महिलाओं का महिलाओं के लिए महिलाओं के द्वारा संचालित कार्यक्रम में भारत की प्रथम शिक्षिका एवं प्रथम प्रधानाचार्य शिक्षा की देवी, राष्ट्रमाता सावित्रीबाई फुले के जीवन परिचय के बारे में अनेकों वक्ताओं ने प्रकाश डाला। चंद्रकांता ने बताया कि सावित्रीबाई फुले का जन्म महाराष्ट्र के सतारा के नाय गांव में खंडोजी पाटिल के आंगन में माता लक्ष्मी की कोख से 03-01-1831 को लिया।
माता सावित्रीबाई का विवाह महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ 1840 में कर दिया गया उस समय फुले जी की उम्र 12 वर्ष तथा माता सावित्रीबाई की उम्र नौ वर्ष थी। माता सावित्रीबाई फुले को राष्ट्रपिता महात्मा ज्योतिबा फुले ने पढ़ाया और पढ़ाने के साथ ही माता सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं के लिए और भी बहुत सारे सुधार कार्यक्रम किए।
मांगीलाल भूतिया ने कहा कि उन्होंने समाज में पनप रही सामाजिक कुरीतियों को दूर करने का बीड़ा उठाया ।उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फुले के साथ 1848 में लड़कियों के लिए पहला स्कूल खोला जिसमें खुद शिक्षिका थी।
पप्पू सोनी ने कहा कि अंबेडकर पार्क का सीमांकन करने व उसकी चार दिवारी कराने की मांग सभापति महोदया के समक्ष रखी अन्य वक्ता के रूप में बबीता सोनी माता सावित्रीबाई फुले के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि माता सावित्रीबाई फुले एक सशक्त समाज सुधारक महिला थी, जिन्होंने अपने पति के समाज सुधारक कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अंग्रेजी शिक्षा के प्रचार-प्रसार पर जोर दिया, स्त्री शिक्षा की उन्होंने महती आवश्यकता बताई, विधवा पुनर्विवाह, अनाथ आश्रम, विधवा आश्रम, सती प्रथा के उन्मूलन, अंतरजातीय विवाह इत्यादि पर विशेष बल दिया।
इसी कड़ी में खुशबू से सभापति नगर परिषद धौलपुर बाड़ी नगर पालिका के चेयरमैन कमलेश जाटव , के धौलपुर नगर परिषद वाइस चेयरमैन माया शर्मा जी , राजाखेड़ा नगरपालिका उपसभापति भारती सिंह सहित धौलपुर नगर परिषद के नवनिर्वाचित अनुसूचित जाति वर्ग के सभी पार्षदों का एकता परिषद के पदाधिकारियों के द्वारा माला एवं शॉल साफा पहनाने सहित उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किया। कृष्णा कुमारी मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने अपील की के नवनिर्वाचित पार्षद गण ,सभापति गण, उपसभापति गण सभी ईमानदारी से अपना अपना कार्य करें और सभी वर्गों को बेसिक सुविधाएं मुहैया कराएं।
इस मौके पर अनुसूचित जाति एकता परिषद के तमाम पदाधिकारी गण, केदार सिंह, कुमरसेन सिरोही, दिनेश रजक, अशोक कोठारी, रोशन लाल, अनुराधा, सुमन चौधरी, संगीता यादव, पूनम, ममता सिंह, सरिता सोनी, नीतू सोनी, रामलखन भास्कर, ओमप्रकाश वर्मा, राजेश कुमार, लालसिंह, नीति सिंह, भारती, शिल्पी मौर्य, सुमन पठरोर, रामवती, कमला, सर्वेश आदि सैकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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