आदिवासियों के अधिकारों को लेकर हिना कांवरे ने मुख्यमंत्री पर दागे सवाल, अदिवासी महिला के अपमान पर सीएम मौन क्यों? | New India Times

रहीम शेरानी, झाबुआ/भोपाल (मप्र), NIT:

आदिवासियों के अधिकारों को लेकर हिना कांवरे ने मुख्यमंत्री पर दागे सवाल, अदिवासी महिला के अपमान पर सीएम मौन क्यों? | New India Times

मध्यप्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव का प्रचार प्रसार तेजी से जारी हैं। उपचुनाव में ग्वालियर-चंबल संभाग की 16 सीटों पर दांव लगा है।ऐसे में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की नजर उन सीटों पर खासतौर से है। सीएम शिवराज यहां ताबड़ तोड़ सभाएं कर रहे हैं और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर ग्वालियर-चंबल संभाग की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं। सीएम के इन आरोपों के बीच मप्र विधानसभा की पूर्व उपाध्यक्ष और कांग्रेस विधायक हिना कांवरे ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर सवाल दागे हैं। उन्होंने उल्टा सीएम शिवराज पर यहां के सहरिया आदिवासियों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।

हिना कांवरे ने भाजपा की पिछली 15 सालों की और वर्तमान छह माह की सरकार के दौरान सहरिया आदिवासियों की अनदेखी का आरोप लगाते हुए सीएम शिवराज पर सवाल साधा है। उन्होंने कहा है कि सीएम शिवराज ग्वालियर-चंबल संभाग में विकास की बात करते हैं लेकिन आप इस अंचल के उन आदिवासी सहरिया जनजाति के भाई बहिनों और उनके बच्चों को भूल गए जिन्हें आप अपना भांजा-भांजी कहते नहीं थकते। विधानसभा की पूर्व उपाध्यक्ष हिना कांवरे ने कहा कि मैं भी आपको अपना मामा कहती हूँ और आपसे यह पूछना चाहती हूँ कि संविधान ने आदिवासी जनजातियों को जो अधिकार दिए हैं उसका आपकी पिछली और वर्तमान सरकार ने कितना पालन किया है। संविधान की 5 वीं अनुसूची में मिले पेशे के अधिकार, भोजन के अधिकार, वन अधिकार का क्या हुआ?

सहरिया युवाओं को नहीं मिला रोजगार

आदिवासी नेता हिना कांवरे ने सवाल पूछते हुए कहा कि सीएम शिवराज बताएं कि उन्होंने ग्वालिय-चंबल संभाग के गुना, ग्वालियर, भिण्ड, मुरैना, बुलंदेलखंड के क्षेत्रों में निवास करने वाली सहरिया जनजाति के युवाओं को आपने कितना रोजगार उपलब्ध करवाया है जबकि संवैधानिक रूप से इस जनजाति के युवाओं को सरकार द्वारा रोजगार उपलब्ध करवाने की बाध्यता है।

सिंधिया घराने पर कसा तंज

हिना कांवरे ने सिंधिया परिवार पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में लगातार सहरिया जनजाति के बच्चों के कुपोषण से मौतों की खबरें समाचार पत्रों की सुर्खियां बनती रही हैं। आप यह बताएं कि आपके सहरिया भांजे-भांजियों को कुपोषण से निकालने के लिए आपकी सरकार ने क्या उपाय किए है? क्या उनका यह दोष है कि यह बहुतायत में ग्वालियर संभाग में निवास करते है जहां के राजघराने के लोगों की गद्दरी के किस्से मशहूर हैं।

अदिवासी महिला के अपमान पर सीएम मौन क्यों

इस दौरान हिना कांवरे ने एक मंत्री द्वारा आदिवासी महिला का अपमान किए जाने पर उनकी खामोशी पर सवाल उठाते हुए कहा कि मामा वह आपकी बहन नहीं है? वोट के लिए तो आप इन सीधे साधे सहरिया जनजाति के आदिवासी भाई-बहिनों के बीच तो पहुँच जाते हैं। उन्होंने कहा कि आपके पिछले 15 सालों के शासनकाल में इसी प्रदेश में इन बहिन बेटियों की अस्मत लुटती रही। इनके साथ दुराचार, बलात्कार जैसी घटनाएं होती रहीं और आप मौन रहे। आखिर मामा शिवराज कब तक आप यूं मौन धारण करके रखेंगे? सरकारी आंकड़े चीख-चीख कर कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश महिलाओं और बच्चियों के बलात्कार के मामले में नम्बर एक बना हुआ है फिर भी आप मौन हैं।
आप उपवास करिए, मौन उपवास करिए लेकिन प्रदेश की महिलाओं और बच्चियों के लिए जिनके साथ सही में अभद्रता हुई है जिसने जीवन बर्बाद हो गए हैं।


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