मेहलका अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
बुरहानपुर के एक युवक को जहां कम उम्र में हज पर जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ वहीं कम उम्र में जनता की सेवा करने का भी सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। हम बात कर रहे हैं शहर के उस युवा की जिसे लोग हाजी अब्दुल बासित के नाम से जानते व पहचानते हैं। लाक डॉउन और कर्फ्यू में ग्राउंड जीरो पर जनता को किन कठिनाइयों और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, इसका एहसास करते हुए असहाबे सुफ्फा एजुकेशन सोसाइटी बुरहानपुर के अध्यक्ष हाजी अब्दुल बासित ने अपनी टीम के साथ गरीब, असहाय लोगों को निःशुल्क लगभग 5000 पैकेट्स के किट्स तैयार करके उनका वितरण करने का एक सराहनीय कार्य किया है। गरीब लोग उनके इस कार्य से खुश होकर उनकी झोली में सिर्फ अपनी दुआएं डाल रहे हैं और अब्दुल बासित और उनकी टीम की प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं, क्योंकि कम उम्र में उन्हेंने वो कर दिखाया जिसे करने मे बडे़-बड़े केवल सोचते हैं। हाजी अब्दुल बासित ने लोगों से अपील भी की है की वह लॉक डाउन और कर्फ्यू और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा पालन करे। उन्होंने कहा कि इस नेक काम में उनके पिता अब्दुल रईस का भी भरपूर मार्गदर्शन और सहयोग मिल रहा है, साथ ही सैयद फारूक, हाजी अब्दुल गनी, मोहम्मद मजीद, शेख दस्तगीर, आलम अंसारी, हाफिज आकिल, अब्दुल बासिद, अब्दुल मुजीद, मोहम्मद अयान, मोहम्म फरहान, भी सहयोग कर रहे हैं।
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