फराज़ अंसारी, ब्यूरो चीफ, बहराइच (यूपी), NIT:
पूरे देश में जहां कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा हैं वहीं अफसरों की मेहरबानी से अस्पताल में तैनात डॉक्टर अस्पताल में ही नहीं आ रहे हैं जिससे परेशान होकर ग्रामीणों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज कराया।
शिवपुर विकास खंड क्षेत्र के रामपुर धोबिया हार स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बदहाली के कगार पर है। अस्पताल में चिकित्सक के न मिलने पर क्षेत्र के बीमार रोगियों को बैरंग वापस लौटना पड़ता है और मजबूर होकर क्षेत्र के झोलाछाप डॉक्टरों से उपचार कराना पड़ रहा है, या यूं कहें कि ऐसे डाक्टरों के बदौलत झोलाछाप डॉक्टरों की दुकान गुलजार हो रही हैं। इससे गुस्साए दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने अस्पताल पर प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की है। स्वास्थ्य विभाग ने लाखों रुपये खर्च कर रामपुर धोबिया हार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया था जिसमें चिकित्सक की तैनाती है।
ग्रामीणों का आरोप है कि चिकित्सक अस्पताल में कभी नहीं आता है।इस समय मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले में रविवार के दिन में कब चिकित्सक आता है और कब जाता है किसी को पता नहीं चलता, वहां पर मौजूद फार्मिस्ट अस्पताल पहुंचने वाले रोगियों के साथ पूरी सहानुभूति नहीं कर पाता है। इस संबंध में ग्रामीणों ने 15 दिन पूर्व मीडिया के माध्यम से चेतावनी दी थी व लापरवाह डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की थी लेकिन कोई भी कार्रवाई न होने पर गुस्साए ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का लाभ क्षेत्रवासियों को दिलाने की मांग की है। उनका कहना है कि अस्पताल में चिकित्सक न आने के कारण बीमार रोगियो को झोलाछाप चिकित्सकों से उपचार कराना पड़ रहा है क्योंकि क्षेत्र में एक ही अस्पताल खुला है बाकी अन्य अस्पतालों की दूरी 15 से 20 किलोमीटर है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि शीघ्र ही अस्पताल को चालू न कराया गया तो ग्रामीण सड़क पर उतर कर बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
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