शिल्पा शुक्ला, ग्वालियर (मप्र), NIT:
जो समाज पहले महिलाओं को घर की चार-दिवारी तक ही सीमित रखता था वही महिलाएं आज समाज-सेवा में अग्रणी भूमिका निभा रहीं हैं। महिलाओं ने समाज में पुरुष के बराबर स्थान अपने जिद, जुनून और संघर्ष से पाया है। अब वो समय आ गया है कि पुरुषों को महिलाओं के प्रति अपनी मानसिकता बदलनी ही होगी। यह बात मानव अधिकार आयोग मित्र अंशुमान शर्मा ने महिला शक्ति सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कहीं।
महिला-शक्ति सम्मान समारोह का आयोजन मानवाधिकार यूथ डेवलपमेंट काउंसिल की ओर से गुरुवार को गुड़ा गुड़ी का नाका स्थित स्वर्ग-सदन में किया गया। इसमें काउंसिल के प्रदेश प्रभारी डाॅक्टर अनिल कुमार महेन्दले ने अजय कृष्ण को प्रदेश उपाध्यक्ष व डॉ नेहा मेहदले को प्रदेश उपाध्यक्ष महिला विंग की जिम्मेदारी दी। कार्यक्रम की अद्यक्षता स्वर्ग सदन के विकास-गोस्वामी ने की। संचालन लेखीता सिंघल ने किया।
काउंसिल की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में अपना योगदान देने वाली नारी- शक्ति का सम्मान किया गया। इसमें चिकित्सा क्षेत्र में डॉ नीलम राजपूत, डॉ रुचि जोशी, कला संस्कृति में तुलसी कुमारी, पूनम सप्रा, निशा शर्मा, लॉ क्षेत्र में अधिवक्ता शिल्पा डोंगरा, पत्रकारिता में रुपाली ठाकुर, समाजसेवा में विभा अनेजा, लेखिता सिंघल, पर्यटन में पल्लवी गुप्ता, शिक्षा में डॉ प्रतिमा सलूजा का सम्मान किया गया।
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