बाबा फूल गिरी को अज्ञात भूमाफियाओं ने दी जान से मारने की धमकी, पंचमुखी महादेव अचलेश्वर मंदिर की पहाड़ी पर है भूमाफियाओं की नज़र | New India Times

अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ, झांसी (यूपी), NIT:

बाबा फूल गिरी को अज्ञात भूमाफियाओं ने दी जान से मारने की धमकी, पंचमुखी महादेव अचलेश्वर मंदिर की पहाड़ी पर है भूमाफियाओं की नज़र | New India Times

बरुआसागर झाँसी ज़िला में कई वर्षों से श्री श्री 1008 पंचमुखी अचलेश्वर हरपुरा बाबा फूल गिरी महराज जो कि आयुर्वेदिक जड़ी बूटी से गरीबों का उपचार कर अपना पालन पोषड करते हैं। वहीं देखा जाए तो बाबा फूल गिरी महाराज ने अपने खुद के रुपये से मंदिर परिसर में दो कुँए और एक पानी की बोरिंग की। 6 कमरे एक मन्दिर जिसमें 5 गेट एवं 300 मीटर का रोड जिससे मंदिर में पहुंचने का रास्ता जाता है वहीं दूसरी तरफ़ देखा जाए तो बाबा नीर गिरी 25 मोर, 14 कुत्ते एवं अन्य जानवरों का भी पालन पोषण अकेले ही करते हैं लेकिन वर्तमान सरकार सारी पहाड़ी को सुन्दरीकरण ख़ुद ही करते हैं। वह जहां गांव के लोगों की निःशुल्क आयुर्वेदिक उपचार करते हैं वही दूसरी तरफ पंचमुखी मन्दिर बाबा नीर गिरी जिस स्थान पर रहते है उस पहाड़ी पर कुछ भूमाफियाओं की नज़र है और बाबा फूल गिरी महाराज को पहाड़ी से हटने की धमकी दी जा रही है जिसकी जानकारी बाबा फूल गिरी ने गत दिवस बरुआसागर पुलिस के साथ-साथ झाँसी के आला अधिकारियों से लिखित रूप में कई बार दे चुके हैं लेकिन वर्तमान सरकार में बाबा फूल गिरी को सिवाए आश्वासन के कुछ नहीं मिला जबकि आए दिन धमकी अभी भी दी जा रही है। कार्रवाई न होने पर बाबा ने झाँसी ज़िलाधिकारी को ज्ञापन दिया है। बाबा फूल गिरी महाराज अभी भी भयभीत हैं। वही भूमाफियाओं के सामने बाबा नीर गिरी महाराज वर्तमान सरकार से उपेक्षा रखते हैं कि पंचमुखी महादेव अचल ईश्वर हरपुरा मंदिर बरुआसागर की ज़मीन में सारा निर्माण कार्य में सारी उम्र की कमाई लगा चुके हैं। झाँसी आये वर्तमान मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी से निवेदन करने बाबा बरुआसागर से आज झाँसी आए और सभी अधिकारीयो से मदद एवं मन्दिर परिसर को भूमाफियाओं से मुक्त करने की एवं उचित कार्यवाही करने की गुहार लगाई।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading