संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:
राम वाटिका और श्याम वाटिका सहित जमीनी विवाद को लेकर तहसीलदार कार्यालय में पहुंची मां बेटियों सहित रिश्तेदारों के साथ अभद्रता की गयी जिसको लेकर सिटी थाना पहुंचकर अपराधिक मामला दर्ज करने के लिए तहरीर दी गई।
जानकारी के अनुसार स्व. ज्ञानसिह रावत की मृत्यु के बाद उनकी ग्राम बुजुर्ग एवं तिघरू की भूमि जिसमें ठाकुर बाबा रोड पर स्थित राम वाटिका श्याम वाटिका भी शामिल है का विवाद चल रहा है। स्वर्गीय ज्ञान सिंह की पत्नी जानकी एवं 5 पुत्रियों के द्वारा फौती नामांतरण बाबत प्रकरण तहसीलदार डबरा के यहां लंबित है एवं श्री ज्ञान सिंह के भाई गणेश सिंह रावत के द्वारा एक वसीयत भी पेश की गई है जिसमें गणेश सिंह के नाती लव प्रताप सिंह पुत्र रविन्द्र एवं सुबोध पुत्र गणेश सिंह के नाम ही स्व.ज्ञान सिंह की सारी जायदाद की गयी है और इसमें स्वर्गीय ज्ञान सिंह की पत्नी एवं पांचों पुत्रियों को लेश मात्र भी हिस्सा नहीं दिखाया गया है।
आज दि.14/5/19 को तहसीलदार डबरा के यहां ज्ञान सिंह की पत्नी एवं पांचों पुत्रियां जब अपनी आपत्ति एवं जवाब प्रस्तुत करने तहसीलदार कोर्ट पहुंची तो दोपहर 2:30 बजे गणेश सिंह पुत्र किशनलाल के द्वारा अपने भाई की लड़कियों एवं दामाद को जान से मारने की धमकी एवं मां बहन की गाली गलौज की गयी उस समय स्व. ज्ञान सिंह की पत्नी जानकी एवं उनकी पांच पुत्रियों के अधिवक्ता श्री आनंद श्रीवास्तव एवं श्री विश्व देव शर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने तहसीलदार महोदय को भी बताया कि इस प्रकार की गाली गाली गलौज की जा रही है। तहसीलदार ने उन लोगों को थाने जाकर रिपोर्ट करने के लिए कहा क्योंकि मामला करोड़ों की प्रॉपर्टी का है इसलिए विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। स्व. ज्ञान सिंह की पत्नी विधवा जानकी (उम्र लगभग70 वर्ष) एवं पांचों पुत्रियां का कहना है की ज्ञान सिंह जी के द्वारा कोई वसीयत नहीं की गई है बल्कि बेईमानी की नियत से सारी संपत्ति हड़पने के लिए फर्जी वसीयत प्रस्तुत की गई है।
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