त्रिवेंद्र जाट, देवरी/सागर (मप्र), NIT:

देवरी ब्लाक के स्कूलों में शिक्षकों की आये दिन मनमानी देखने को मिल रही है। शिक्षकों के आने जाने का कोई निश्चित समय ही नहीं है, वह स्कूल मन चाहे समय पर बंद करके घर चले जाते हैं। यहां बच्चों के भविष्य के साथ शिक्षकों द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है। शिक्षकों को स्कूल के नियमों से कोई लेना देना नहीं है और न ही किसी अधिकारी या जनप्रति निधि का डर। ऐसा ही मामला आज गुरूवार को शासकीय प्राथमिक शाला कासखेडा का सामने आया है। यहाँ पर करीब 2 बजे स्कूल बंद पाया गया। वहाँ के लोगों का कहना है कि यहाँ स्कूल रोजाना ऐसे ही मन चाहे समय पर खुलता व बंद होता है। कभी तीनों शिक्षक एक साथ नहीं मिलते, अपनी मनमर्जी के मालिक हैं, इन्हें किसी अधिकारी का डर या भय नहीं है।

ऐसा ही मामला शासकीय प्राथमिक शाला डोगरसलईया व शासकीय माध्यमिक शाला बिछुआ में भी देखने मिला। दोनों ही स्कूल करीब 2:30 बजे दोपहर को ही बंद देखने को मिले। यदि ऐसा ही हाल रहा तो शिक्षकों की लापरवाही बच्चों के भविष्य के लिये नुकसान दायक होगी और यदि उच्च प्रशासन अधिकारी इन सब लापरवाही करने वालों पर कड़ी कार्यवाही नहीं करते तो इन अधिकारियों पर भी प्रश्नचिन्ह लगेगा व बच्चों के भविष्य के खिलवाड़ में इनकी भी भूमिका मानी जायेगी।
इनका कहना है :
लापरवाही करने वाले व समय से पहले स्कूल बंद या निश्चित समय के बाद स्कूल खोलने वाले शिक्षकों पर कार्यवाही की जायेगी: वी .आर. सी देवरी।
