मेहलक़ा अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
आर्ट ऑफ लिविंग के सक्रिय साधक विजय दुम्बवानी, बेंगलुरु आश्रम से टीचर ट्रेनिंग का प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात आज बुरहानपुर वापस लौटे हैं। श्री दुम्बवानी ने निष्कपट और समर्पित भाव से सेवा साधना और सत्संग को अपने जीवन में अपनाया है, उसी का परिणाम है कि उन्हें गुरुदेव के आशीर्वाद रूपी अनमोल उपहार का प्रसाद अनुकूल समय में प्राप्त हुआ है। आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापकों में से एक श्री संतोष देवताले एडवोकेट ने विश्वास व्यक्त किया कि वे एक सच्चे सेवक की तरह अहंकारों से दूर रह कर अपने जीवन को औरों के कल्याण के लिए समर्पित करेंगे तथा आप वरिष्ठों के मार्गदर्शन एवं कनिष्ठों के सहयोग के साथ अध्यात्म के इस पथ पर गुरु सेवा में निरंतर अग्रसर रहेंगे। बुरहानपुर के आर्ट ऑफ लिविंग परिवार के प्रत्येक साधक ने दुम्बवानी जी को बधाई एंव शुभकामनाएं दी हैं।
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