अरशद आब्दी, ब्यूरो चीफ झांसी (यूपी), NIT:
झांसी जिला अस्पताल में डाक्टरों के लापरवाही का सिलसिला जारी है। आज फिर डाक्टरों की बडी़ लापरवाही सामने आई है। डॉक्टर की लापरवाही से एक 10 वर्षीय बच्चे को अपने जान से हाथ धोना पड़ा।
बताया जाता है कि अस्पताल के में कफ़ सीरप, खुजली का मर्म व दर्द की दवा तक नही है। झाँसी ज़िला चिकित्सालय की लापरवाही की आज तो हद ही हो गई, एक 10 वर्षय क़ायनात का सही इलाज न होने के कारण मौत हो गई। बुन्देलखंड के झांसी जिला अस्पताल में इलाज के कराने आई बच्ची का नाम क़ायनात निवासी राजगढ़ के है। बच्ची के माता पिता का कहना है कि मेरी बच्ची कायनात को सिर्फ भुखार एवं पैर दर्द था, बच्ची कायनात को झाँसी ज़िला चिकत्सालय सुबह 10 बजे परिजनों ने इमर्जेन्सी में सीनियर डॉक्टर जिन्होंने आपका नाम नही बताया को दिखाया था। जब अरशद आब्दी एनआईटी न्यूज़ ब्यूरो ने डॉक्टर से विस्तार पूर्वक बात बताने को कहा तो डॉक्टर ने ये कह कर पल्ला झाड़ लिया कि मेरे ट्रीटमेंट से बच्ची की मौत नही हुई है। डॉक्टर का कहना है कि मैने इंजेक्शन दिया था और बच्ची वालों को डॉक्टर को दिखाने के कहा था। इंजेक्शन लगते ही बच्ची क़ायनात की वही ज़िला अस्पताल में मौत हो गई जिसकी जानकारी होने पर बच्ची के परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है।
Discover more from New India Times
Subscribe to get the latest posts to your email.