अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; भोपाल में अवैध रेत डम्परों के जब्त होने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव ने शिवराज सरकार द्वारा रेत माफ़ियों को बचाने का आरोप लगाया है।
भोपाल में अवैध डम्परों की जब्ती के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने सन्देह जताते हुए कहा है कि 102 डम्परों में से 34 डम्पर रातों रात गायब हो जाना शासन और प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ी करती है। उन्होंने कहा कि रेत माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करना चाहिए था, लेकिन सरकार द्वारा रेत माफियाओं को बचाने का प्रयास किया जा रहा है।उक्त बातें अरुण यादव ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही है। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का पूरा परिवार बीते 12 वर्षों से नर्मदा नदी में अवैध उत्खन कर रहा है और करोड़ों रूपये की धन राशि जमा कर रहा है। गुरुवार की रात भोपाल में जब्त डम्परों पर हुई कार्रवाई भी संदेह के घेरे में है। मौके से 102 डम्पर जब्त किए थे लेकिन 34 डम्पर रातों रात गायब हो गए। श्री यादव ने कहा कि रातों रात गायब हुए डम्पर किसके थे और इनसे क्या सम्बन्ध है? अभी तक रेत माफियाओं पर कठोर कार्रवाई क्यों नही की गई?
श्री यादव ने कहा कि नमर्दा नदी में अवैध उत्खन कर परिवहन कर रहे डम्परों को पकड़न कर रेत माफियाओं पर कठोर कार्यवाही किया जाना चाहिए। साथ ही यह भी आरोप लगाया कि 15 दिन पूर्व भी सीएम के रिश्तेदारों के डम्पर पकड़े गये थे। जिन्हें बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया था।
मिल बांचे कार्यक्रम के बारे में मिडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस लीडर ने कहा कि सीएम अपनी विफलता छिपाने के लिये मिल बांचे अभियान का आयोजन कर रहे हैं। 12 वर्षों तक सरकार ने क्या किया? मिल बांचे कार्यक्रम की जरूरत क्यों पड़ी? 12 वर्षों तक शिक्षा के गिरते स्तर को क्यों नहीं सम्भाला गया? शिवराज सरकार स्वस्थ शिक्षा और गरीबों को लेकर गम्भीर नहीं है।
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