वी.के.त्रिवेदी, लखीमपुर खीरी (यूपी), NIT; उत्तर प्रदेश के जनपद लखीमपुर खीरी के ब्लाक बिजुआ के बिजुआ गांव की जो तस्वीर सामने आयी है उससे यह पता चलता है कि सरकार की सभी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती जा रही है। इस ग्राम में प्रधान और अधिकारियों की बंदर बांट से कोई कार्य कराया ही नहीं जा रहा है।
कार्य कराने को लेकर ग्राम वासियों ने कई बार वीडियो और जिला अधिकारी को दिया ज्ञापन लेकिन प्रधान और अधिकारियों के मिलीभगत से गांव में कोई भी कार्य नही कराया गया।
यूं तो यूपी के जर्रे जर्रे में भ्रष्टाचार रूपी कैंसर की जड़ें पैवस्त हैं और उसी भ्रष्टाचार की जड़ को काटकर भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए योगी सरकार निरन्तर प्रयत्नशील है लेकिन उनके मातहतों और भ्रष्ट अधिकारियों की कार्यशैली में परिवर्तन न होना भ्रष्टाचार का ढाल बना हुआ है। इसी कड़ी में हम बात करें तो ब्लाक बिजुआ का ग्राम बिजुआ भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है। इस गांव में ग्राम प्रधान व एडीओ पंचायत व अन्य अधिकारियों की मिली भगत से स्वच्छता अभियान सिसकियां ले रहा है।
गांव में जगह जगह गन्दगी का अम्बार लगा है और चोक नालियों से बहता पानी सडकों पर भरा है। यह हालत लगभग हर मोहल्ले में देखा जा सकता है।
छोटे छोटे बच्चों को इसी गन्दे पानी से निकलकर स्कूल जाना पड़ता है जिससे बच्चों में आये दिन बरसाती बीमारियां होती रहती हैं। इन सभी बातों को लेकर बिजुआ गांव के कुम्हारन टोला में रहने वालों में काफी नाराजगी व्याप्त है और उनका कहना है अगर इस बार भी कार्य नही कराया गया तो आने वाले चुनाव का बहिष्कार किया जायेगा।
छोटे छोटे बच्चों को भी काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अपने घर से स्कूल जाने वाले रास्तों में पानी भरा होने के कारण पानी में से होकर निकलना पड़ रहा है। ग्राम प्रधान व कोई भी अधिकारी इस तरफ ध्यान नही दे रहा है। इस गांव की सुध लेने वाला शायद कोई नही है।
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