छठवें दिन कार्यकर्ताओं के भारी दबाव और केंद्रीय नेतृत्व की अपील के बाद आप नेताओं ने तोड़ा अनशन,11जून से 15 जुलाई तक गांव-गांव जाएंगे आप के कार्यकर्ता, सभी 51 जिलों में पहुंचेगा केंद्रीय नेतृत्व | New India Times

अबरार अहमद खान, भोपाल, NIT; 

छठवें दिन कार्यकर्ताओं के भारी दबाव और केंद्रीय नेतृत्व की अपील के बाद आप नेताओं ने तोड़ा अनशन,11जून से 15 जुलाई तक गांव-गांव जाएंगे आप के कार्यकर्ता, सभी 51 जिलों में पहुंचेगा केंद्रीय नेतृत्व | New India Times​केंद्रीय नेतृत्व की अपील और कार्यकर्ताओं के भारी दबाव के बीच आम आदमी पार्टी के प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल, किसान नेता धनी राम गुप्ता, बसोरी लाल यादव और अशोक शाह धुर्वे ने छठवें दिन अपना अनशन तोड़ दिया है। इससे पहले चारों अनशनकारियों की शारीरिक हालात बहुत ज्यादा बिगड़ गई थी। केंद्रीय नेतृत्व की ओर से गुरुवार सुबह राज्यसभा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह एवं पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता को अनशन तोडऩे की अपील के साथ भेजा गया। इस बीच अनशनकारियों के गिरते स्वास्थ्य को देखते हुए कार्यकर्ताओं की ओर से लगातार अनशन तोडऩे और सड़क पर जमीनी लड़ाई लडऩे का आह्वान किया गया। बाद में सांसद संजय सिंह ने अपने वक्तव्य के दौरान अनशन पांडाल में मौजूद कार्यकर्ताओं एवं जनता के बीच रायशुमारी कराई। इसके बाद प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने भारी दबाव के बीच अनशन तोडऩे पर सहमति जताई लेकिन साथ ही वादा किया कि यह लड़ाई सड़क पर जारी रहेगी और आगामी चुनावों में भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने तक यह संघर्ष जारी रहेगा। इसके लिए पार्टी 11 जून से 15 जुलाई के बीच “आम आदमी जनजागरण यात्रा” निकालेगी। इसमें प्रदेश के सभी 52 हजार गांवों और शहरों के सभी मोहल्लों तक संदेश पहुंचाया जाएगा। 

लंबी लड़ाई की तैयारी करें, इस आंदोलन को गांव-गांव तक पहुंचाना जरूरी : संजय सिंह

इससे पहले अनशन स्थल पर मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभ सांसद संजय सिंह ने कहा कि यह बेईमान तो चाहते हैं कि हम मर जाएं, हमारी लड़ाई कमजोर हो, लेकिन हमें इस बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ हमने इस विषय पर लंबी चर्चा की। इस चर्चा के बाद अरविंद जी हमें यह अनुरोध करने के लिए भेजा है कि अब इस अनशन को खत्म कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि अरविंद जी ने साफ कहा है कि हमारा ध्येय इस आंदोलन को प्रदेश के गांव-गांव तक पहुंचाना है और इसके लिए आलोक अग्रवाल जी का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है। बीते छह दिनों में कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हुआ है और प्रदेश के किसानों, मजदूरों, युवाओं, माताओं, बहनों के बीच यह संदेश गया है कि आम आदमी पार्टी उनकी लड़ाई को पूरी मजबूती से लड़ रही है। प्रदेश का हर आदमी अब आपके लिए लडऩे के लिए तैयार है। 

श्री सिंह ने कहा कि हमारा अनुरोध है कि इस अनशन को समाप्त कर लंबी लड़ाई की तैयारी कीजिए और यह समय की मांग है, यही समय की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी जो लड़ाई लड़ रही है, उसमें आलोक अग्रवाल जैसा उर्जावान साथी हमें दूसरा नहीं मिल सकता है। हमें आपकी जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुझे पता चला कि अनशन के दूसरे दिन से ही लगातार उल्टियां हो रही हैं। लेकिन आप अपने जुझारूपन और आत्मबल के जरिये अनशन कर रहे हैं। आपके जज्बे को हम और प्रदेश की जनता सलाम करती है, लेकिन आपकी हमें जमीन पर जरूरत है, इस लंबी लड़ाई के लिए। 

उन्होंने कहा कि हम कोई भी फैसला लेने से पहले जनता से रायशुमारी करते हैं, तो मैं पांडाल में मौजूद सभी साथियों से पूछना चाहता हूं कि क्या वे इस बात से सहमत हैं कि हमारे चारों साथी अनशन तोड़ दें। इसके जवाब में सभी कार्यकर्ताओं ने हाथ उठाकर समर्थन किया। इसके बाद श्री सिंह ने कहा कि अनशन तोडऩे के अनुरोध पर सभी का समर्थन है, और अनुरोध है कि सभी साथी अनशन तोड़ दें। 

अनशन खत्म हुआ है, आंदोलन नहीं, अगले डेढ़ महीने में पहुंचेंगे हर गांव और मोहल्ले में: आलोक अग्रवाल

कार्यकर्ताओं और किसान, युवाओं को संबोधित करते हुए इस मौके पर प्रदेश संयोजक आलोक अग्रवाल ने कहा कि आज हम यह संकल्प लें कि अगले डेढ़ महीने में मध्य प्रदेश के 52 हजार गांव और हर शहर के हर मोहल्ले में पहुंचेंगे। इस दौरान हम “आम आदमी जनजागरण यात्रा” निकालेंगे और प्रदेश की वर्तमान सरकार की लूट का खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि डेढ़ महीने की इस यात्रा में सभी मंडल अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी आम आदमी पार्टी की लड़ाई को जनता के बीच ले जाएंगे और इसे जनता की लड़ाई बनाएंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में चुनाव जनता ने लड़ा था और यहां भी जनता को ही लडऩा पड़ेगा तभी व्यवस्था परिवर्तन की लड़ाई पूरी होगी। 

उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें दिल्ली सरकार के पिछले तीन सालों के काम को गांव-गांव में पहुंचाना होगा। 2018 नवंबर में इस व्यवस्था को बदलना है ताकि एक ऐसी सरकार बने, जिसमें किसानों को, बेरोजगारों को, महिलाओं को, मजदूरों को अधिकार मिलें। आजादी के पहले हमारे शहीदों ने जो सपना देखा था, वह सपना साकार हो। 

उन्होंने कहा कि आप सभी के अनुरोध पर हम लोग अनशन जरूर समाप्त कर रहे हैं, लेकिन इससे सौ गुनी ताकत के साथ जनता के बीच पहुंचना है। अनशन के दौरान हम सभी ने 46 डिग्री का तापमान नहीं देखा, इसलिए गांव जाते हुए, लोगों तक पहुंचने के लिए भी गर्मी को नहीं देखना है। सब कुछ भूलकर सभी गांवों में और शहर के हर मोहल्ले में हमें पहुंचना है। 

उन्होंने कहा कि एक तारीख से 10 तारीख तक किसानों के गांव बंद आंदोलन का हम पूरा समर्थन करेंगे और 11 जून से 15 जुलाई के बीच “आम आदमी जनजागरण यात्रा” पूरे प्रदेश में चलाई जाएगी। इसके जरिये हम हर गांव, हर मोहल्ले में पहुंचेंगे। उन्होंने इस भीषण गर्मी में अनशन स्थल पहुंचे प्रदेश भर से आए कार्यकर्ताओं का धन्यवाद अदा किया। 

जनता के बच्चों के लिए नहीं नेताओं के बच्चों के लिए हैं भाजपा-कांग्रेस की नीतियां : पंकज गुप्ता

इससे पहले पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि एक तरफ देश का किसान भूखा मर रहा है और दूसरी तरफ नीरव मोदी 20 हजार करोड़ लेकर भाग जाता है। उसे पकडऩे के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। एक तरफ देश का किसान इस चिलचिलाती धूप में अपने खेत में खड़ा है और फसल के लिए कतार लगाए है। उधर हमारे प्रधानंत्री इंडोनेशिया में रंग-बिरंगे कपड़े पहनकर घूम रहे हैं। इससे पता चलता है कि इस सरकार के लिए किसकी जान की कीमत ज्यादा है। इंडोनेशिया के और अमरीका के लोग इन्हें प्यारे हैं या फिर इस देश की भूखी जनता का दर्द इन्हें दिखाई देता है। 

उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि चाहे कुछ हो जाए मैं किसानों का कर्ज माफ नहीं करूंगा। यह उनका घमंड है, उनका दंभ है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि 5 साल पहले दिल्ली की सरकार ने भी यही कहा था कि हम आपकी बात को नहीं सुनेंगे। वहां जनता ने क्या हाल किया। वही हाल मध्य प्रदेश में भी करेंगे। 

उन्होंने कहा कि आज समय बहुत कठिन है। चाहे भाजपा हो, या कांग्रेस, इनकी नीतियां जनता की नीति नहीं हैं। इनकी नीतियां जनता के बच्चों की नीति नहीं है। सबकी नीति यही है कि कैसे अपना घर भरें और अपने बीवी-बच्चों को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि मेरा पक्का विश्वास है कि आलोक भाई और उनके साािथयों की अनशन की आवाज मध्य प्रदेश के कोने-कोने तक पहुंच चुकी है और जहां नहीं पहुंची है, वहां घर घर तक इसे पहुंचाने का बीड़ा हमें उठाना होगा। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में एक बार किसानों की, मजदूरों की सरकार बनना जरूरी है। यह हम दो बार कर चुके हैं, और अब मध्य प्रदेश की जनता की बारी है। जनता बताएगी कि इस देश का शासन कैसे होना चाहिए। 


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading