रोजगार मेले में अव्यवस्थाओं ने दिया शिक्षित बेरोजगारों को झटका, पुलिस व्यवस्था में चौकसी, जगह जगह सुरक्षा के इंतजाम, 10500 बेरोजगारों के फार्म जमा, 3500 को रोजगार दिए जाने की जानकारी | New India Times

अविनाश द्विवेदी/शेरा मिश्रा, कटनी (मप्र), NIT; ​​​रोजगार मेले में अव्यवस्थाओं ने दिया शिक्षित बेरोजगारों को झटका, पुलिस व्यवस्था में चौकसी, जगह जगह सुरक्षा के इंतजाम, 10500 बेरोजगारों के फार्म जमा, 3500 को रोजगार दिए जाने की जानकारी | New India Timesविजयराघवढ़ विधानसभा के अंतर्गत कैमोर एसीसी रामलीला मैदान में मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्वरोजगार कौशल एंव रोजगार मेला का आयोजन विभाग मंत्री छेत्रीय विधायक संजय पाठक के नेतृत्व में आयोजित किया गया। रोजगार मेले का अच्छा खासा प्रचार प्रसार किया गया जिससे शिक्षित युवा बेरोजगारों की अच्छी खासी उपस्थित रही। अंदाजा लगाया जा रहा है कि कटनी जिले से लगभग पंद्रह हजार युवा बेरोजगारों की उपस्थिति रही जिसमें 10500 बेरोजगारों के दस्तावेज जमा हुए और 3500 को रोजगार पर रखा गया। हालांकि अभी तक कार्यक्रम से 3500 रोजगार प्राप्त युवाओं के नाम घोषित नहीं हुए हैं। बेरोजगारों की संख्या अधिक होने की बजह से कार्यक्रम में अव्यवस्थित भी हुआ। रोजगार मेले की खुशी बेरोजगारों के चेरहों में उम्मीद की किरण की तरह दमक रही थी। इसी खुशी के साथ जब बेरोजगार शिक्षित युवा कार्यक्रम में पहुंचे तो कुछ छडों बाद विभाग अमले के पास फार्म न होने की बात कही गई,  किसी तरह युवाओं ने फोटो कापी करा कर अपना शैक्षणिक योग्यता का प्रमाण अपने समस्त दस्तावेजों के साथ दिया। कुछ समय तक कूपन व्यवस्था रही किन्तु बेरोजगारों की अधिक संख्या की वजह से कूपन व्यवस्था भी ठप हो गई। युवाओं ने बताया कि मंच से जन प्रतिनिधियों ने झुठी बातें कहीं। बताया गया कि कैमोर बेरोजगार मेले में 47 औद्योगिक कम्पनियां उपस्थिति हैं किन्तु कार्यक्रम स्थल पर कैमोर एसीसी मैदान में सिर्फ 14 औद्योगिक कम्पनियां ही मौजूद रहीं। कार्यक्रम आयोजन में मुख्य अतिथि विजयराघवढ़ विधायक संजय पाठक राज्य मंत्री रहे साथ ही मंचासीन कैमोर नगर परिषद अध्यक्ष गणेश राव, उपाध्यक्ष पप्पू शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा, कैमोर थाना प्रभारी राजेश तिवारी सहित दर्जनों जन प्रतिनिधि व अधिकार रहे। कार्यक्रम की रुपरेखा के साथ साथ कार्य का उद्देश्य तथा बेरोजगारों के हित में भाजपा की सक्रियता मंच के माध्यम से बताई गई। वही युवाओं ने स्वरोजगार कौशल एंव रोजगार मेला कार्यक्रम पर आरोप भी लगाए। युवाओं का कहना है कि हर युवा बेरोजगार अपनी खुशी के लिए अपने अपने वाहनों का उपयोग कर कार्यक्रम में पहुंचे, फार्म जमा करते करते हर युवक का लगभग पांच पांच सौ रुपए पैट्रोल फोटो तथा फोटो कापी में खर्च हुआ किन्तु कार्यक्रम में बेरोजगारों के लिए पर्याप्त फार्म भी मौजूद नहीं रहे। मंचीय कार्यक्रम के पश्चात जैसे ही जन प्रतिनिधियों का जाना हुआ धिरे धिरे सभी अधिकारी व उद्योगपती भी रवाना हो गए। बेरोजगारों के लिए सिर्फ छोटे तपके के कर्मचारी मौजूद रहे जिन्हे सभी शिक्षित बेरोजगारों ने अपना फार्म तथा शैक्षणिक दस्तावेज सौंपे। कार्यक्रम में भोजन आदि की व्यवस्था देखी गई किन्तु बेरोजगारों की अधिक संख्या ने भोजन भी कमी खडी कर दी। लगभग 4-5 सौ पैकिंग भोज कुछ बेरोजगारों तक ही पहुंचे शेष उपस्थित कर्मचारियों का पेट भरते रहे। तेज धुप में बेरोजगारों ने कडी मेहनत कर अपने दस्तावेज जमा तो कराए किन्तु चंद लोगों को ही रोजगार मिल सका, हालांकि शेष बेरोजगारों को निराश नही होना चाहिए। विजयराघवढ़ विधानसभा के विधायक संजय पाठक राज्य मंत्री होने के साथ साथ मुख्यमंत्री के चहेतों में भी गिने जाते हैं जिनका नाम देश विदेश में जाना जाता है  अपने विधायक पर भरोसा करें, अभी अनेको औसर रोजगार के मिलेगे । अंदाजा लगाया जा रहा है कि भाजपा चुनाव के पुर्व किसी भी बेरोजगार को रोजगार विहीन नही रहने देगी, योग्यता के अनुसार सभी को रोजगार दिए जाने की सम्भावना नजर आ रही है। हालाँकि उद्योगों ने बेरोजगारी देखते हुए सोच से भी कम युवाओं को रोजगार प्रदान किया है। शेष बेरोजगारों के सपने आज चुर चुर कर दिए गए। बेरोजगारों की खुशी मिट्टी मे मिल गई। बताया जा रहा है की 47 उद्योगों की उपस्थिति होनी थी किन्तु चन्द उद्योगीक कम्पनीया ही कैमोर मेले में उपस्थिति हुईं, जिनका खामियाजा बेरोजगारों को भोगना पडा। 

कार्यक्रम में कैमोर पुलिस का सराहनीय योगदान

रोजगार मेले की तैयारियों में कैमोर पुलिस का विशेष योगदान रहा। कैमोर थाना प्रभारी राजेश तिवारी ने सुबह से ही भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी तथा जगह जगह बैरिकेडिंग कर सुरक्षित बेरोजगारों को नगर प्रवेश कराया जिससे कार्यक्रम सफल हुआ।

झंडा उचा रहे हमारा

कैमोर रोजगार मेले के प्रचार प्रसार से सभी मंत्रियों और स्थानीय जन प्रतिनिधियों को दूर रखा गया। प्रचार प्रसार मे न किसी मंत्री और न किसी स्थानीय जन प्रतिनिधि को सम्मान मिला। भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता व भाजपा के हितैषी नौकरों की भाती ही नजर आए। चुनाव की नजदीकियों के चलते कार्यक्रम का सारा श्रेय एक ही जन प्रतिनिधि को मिला जबकि हकीकत यह रही की मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा विभागीय मेला लगाया गया था।


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By nit

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