सलमान चिश्ती, रायबरेली (यूपी), NIT; विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी सताव मेला स्थल पर राम चरित मानस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। लोग दूर दूर से आकर कथा को सुन रहे हैं। इसका आयोजन हरचंदपुर विधायक द्वारा करवाया जा रहा है। जल्द ही सताव मेले का शुभारंभ होने वाला है। इधर लालगंज के चिकवाही मंडी निकट भी राम चरित मानस सम्मेलन का आयोजन कराया जा रहा है साथ ही सलोन कस्बे के रामलीला मैदान में आयोजित रामचरित मानस सम्मेलन में दूसरे दिन गैर जनपद से आये मानस मर्मज्ञों ने राम के अनेकों स्वरूपो का वर्णन किया।सलोन कस्बे के विख्यात पंडित गया प्रसाद शास्त्री ने भगवान के जन्म और नारद मोह का मार्मिक व्याख्यान किया।उन्होंने कहा कि भक्तों के दुखों को दूर करने के लिए परमात्मा पृथ्वी पर अवतरित होता है।झांसी से पधारे मानस मंदाकिनी ने भगवती सती के चरित्र पर प्रकाश डाला।उन्होंने मौजूद श्रोताओं को बताया कि जो भगवान की कथा को त्याग देता है परमात्मा भी उसे कभी ग्रहण नहीं करता।उसी क्रम में प्रयाग के मानस चंचरीक जय प्रकाश मिश्रा ने मानस की महत्ता पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि परमात्मा तो भक्तों के वशीभूत होता है।भक्तों से मिलने के लिए परमात्मा को पृथ्वी पर आना पड़ता है।परंतु ज्ञानी को परमात्मा को प्राप्त करने के लिए उसी की ओर अग्रसर होना पड़ता है। झांसी से पधारे श्री सिद्ध सदन रिछारिया जी ने भगवान को सुप्रीम पावर बताते हुए कहा कि परमात्मा की शक्ति के माध्यम से ही सारे संसार का संचालन हो रहा है।जिसके बाद ही मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है।कार्यक्रम में राम चरित मानस समेलन कमेटी के पदाधिकारी सर्वोदय विद्यापीठ के प्रधानाचार्य अमित भारती, शेखर रस्तोगी, राजेंद्र गुप्त, सूर्यपाल सिंह, रवींद्र नाथ, नरेंद्र कुमार उपस्थित रहे।
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