न्याय की आस में दर बदर की ठोकरें खाने वाला रायसेन का स्वतंत्र पत्रकार मोहम्मद साजिद खान स्थानीय पुलिस के सौतेले व्यवहार से परेशान है तथा न्याय न मिलने से निराशा में आत्मदाह करने पर विवश हो गया है।
ज्ञात हो की जुआरी-सटोरिए गैंग के खिलाफ समाचार प्रकाशित करने व वरिष्ट पुलिस अधिकारियों से शिकायत करना साजिद खान को महंगा पड़ गया। पहले उसके विरुध्द राष्ट्रीय ध्वज अपमान का मामला दर्ज करा कर प्रताडित किया गया और अब उसकी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है।
गौरतलब हो की शासन तथा पुलिस महानिदेशक म॰प्र॰ को की गई शिकायत पर रायसेन पुलिस जांच कर रही है। जिससे अपराधियों के बीच भय बना हुआ है। उसी के मददेनजर कल रात को पीडित पत्रकार की अनुपस्थित का लाभ उठाकर अपराधियों के साथी मुबारक ने पीडित पत्रकार की दुकान का दरवाजा तोड़कर उसमें रखे दस्तावेज़ और रकम लूट ली। दरवाजे के पल्ले अपने घर मे रख लिये। पीडित पत्रकार द्वारा रात्रि 12:10 बजे थाना कोतवाली मे घटना की रिपोर्ट करनी चाहिये तो रिपोर्ट नहीं लिखी गई। काफी हील हुज्जत के बाद आवेदन लेकर चलता किया गया। पीडित पत्रकार द्वारा जब रात्रि में ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राम स्नेही मिश्रा को उनके मोबाइल नो.7049139408 पर फोन कर मदद मांगी तो उन्होंने गालियां बकते हुये फोन काट दिया।
मिली जानकारी के अनुसार पीडित पत्रकार मो. साजिद खान बेबस लाचार हो गया है। न्याय की आस में अब उसने थक हारकर आत्मदाह करने का मन बना लिया है।
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