ओवैस सिद्दीकी, अकोला (महाराष्ट्र), NIT; अकोला स्थानीय सामाजिक संघटना जन सत्याग्रह संगठन ने अकोट फैल में तीन तलाक के मुद्दे पर जो 28 दिसंबर को बिल पास किया गया, इस बिल की प्रति को जलाकर निंदा की। इस बिल में मुस्लिम पर्सनल लॉ को ध्यान में न रखते हुए कानून बनाने की कोशिश की जा रही है और इस बिल को पास करने के लिए हर मुमकिन कोशिश सत्ताधारी कर रहे हैं जिसमें विपक्ष खामोश रहकर उनका साथ दे रहा है, ऐसा आरोप लगाते हुए इस बिल की कॉपी को जन सत्याग्रह संगठन ने अकोट फ़ैल में जलाकर अपना विरोध दर्ज करवाया जिसमें मुस्लिम समाज ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। जन सत्याग्रह संगठन ने मुस्लिम समाज की ओर से निषेध जाहिर कर अपना गुस्सा व्यक्त किया। अगर राज्यसभा में विपक्ष खामोश रहा उसने बिल को पास होने दिया तो मुस्लिम समाज की ओर से विपक्षी पार्टी का आने वाले समय में बहिष्कार किया जाएगा। इस आंदोलन में लोकसभा बिल को जलाकर निषेध किया गया। इस आंदोलन में हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। इस आंदोलन को कामयाब बनाने में आसिफ अहमद खान, आसिफ शेख, मोहम्मद इलियास, आजम शेख, नोमान खान, सैय्यद ज़मीर जेके, हाफिज नज़ीर, हाफिज अतीक, वसीम खान पठान, कलीम खान, मिर्ज़ा नदीम, मिर्ज़ा नाज़िम, सैय्यद मकसूद, सैय्यद शकील, स्वप्निल मादले, सैय्यद आरिफ अली, सैय्यद अहमद, सैय्यद जाबिर, राजू इलेक्ट्रिशन, अतीक देशमुख, जफर खान और हजारों की तादाद में मुस्लिम और बहुजन समाज के लोग उपस्थित थे।
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