एक दिवसीय मुशायरा/कवि सम्मेलन का आयोजन बड़े ही भव्य तरीके से हुआ सम्पन्न | New India Times

शरीफ़ अहमद खान, ब्यूरो चीफ, सोनभद्र (यूपी), NIT:

एक दिवसीय मुशायरा/कवि सम्मेलन का आयोजन बड़े ही भव्य तरीके से हुआ सम्पन्न | New India Times

क्षेत्र के पगिया स्थित एम , ए,मैरिज हॉल परिसर में रविवार को ऑल इंडिया मुशायरा कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसके मुख्य अतिथि सांसद छोटेलाल खरवार ने फीता काटकर कार्यक्रम की शुरुआत की । कार्यक्रम के शुरुआत में नदीम फारूक ने मुशायरा पेश की। जिंदगी दी है तो जीने का हुनर भी देना। हिंदुस्तान तेरा है ना मेरा है हिंदुस्तान सबका है जैसे गीतों को पेश करते हुए कहा कि सबके दिल में हिंदुस्तान होना चाहिए जैसे गीतों पर वाहवाही बटोरी। वीर रस के शायर अपूर्व विक्रम शाह ने पहलगाम में बलिदानों  और उस समय की परिस्थितियों को शेरो शायरी के माध्यम से सबको ओत प्रोत कर दिया उन्होंने शायरी के माध्यम से पहलगाम में हुए हमले पर प्रकाश डाला कहा। बलिदानों की बुनियाद पर हिंदुस्तान बनाया है, तारीख गवाही देगी इस लाल हकीकत की,  बलिदानों की बुनियाद पर हिंदुस्तान बनाया है। रावण हम पलने नहीं देंगे इन साधुओं के वेश में, और अफजल नहीं पलने देंगे साधुओं के देश में। जैसे गीत पेश करते हुए इन्होंने हिंदुस्तान की एकता को बरकरार रखने के लिए शेरो शायरी पेश की।  अमरोहा से आई शायर निकहत अमरोही ने  पेश करते हुए कहा ,मेरे सब गीत गजलों पर बौछार करते हैं तमन्नाओं के गुलशन को गुले गुलजार करते हैं। प्रभु श्री राम सभी से दुनिया में प्यार करते हैं।

उन्होंने दहेज गीत पर भी प्रहार किया और आपसी भाईचारा की मिशाल  पेश करते हुए कहा। हिंदू का घर चले तो मुसलमान रो पड़े ,ऐसी शमा बनाओ मेरे देशवासियों जैसे गीत प्रस्तुत की। इलाहाबाद से आए हास्य कवि अखिलेश द्विवेदी ने भारत की राजनीति पर प्रहार करते हुए अपनी कविता पेश की। जो है पढ़े लिखे वह सब संतरी बने,अपराधी माफियां हैं जो वह मंतरी बने। जिसने विवाह करके अपनी पत्नी छोड़ दी, वह अपने देश में प्रधानमंत्री बन गए। जो था खराब सबसे वह अच्छा निकल गया, झूठों के घर में सच्चा निकल गया। जैसे एक से एक बढ़कर मुशायरा पेश कर ठहाका   लगाने के लिए मजबूर कर दिया। बाराबंकी से आए अली बाराबंकी ने कहा, नफरत को मिटा दो सीने से हर प्यार मोहब्बत यार करो , लीलाह हमारे भारत को बदनाम ना करो और कहा मंदिरों में घंटियां बजती हैं तो मस्जिदों में अजान होता है जैसे गीत पेश किया। इसके अलावा जौहर कानपुरी, अल्ताफ़ जिया, फलक सुल्तानपुरी , चादनी शबनम, रेहान हाशमी,आदि शायरों ने अपना मुशायरा पेश किया। आयोजक कौमी एकता समाज कमेटी सोनभद्र के पदाधिकारियों ने विशिष्ट अतिथियो को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

उक्त अवसर पर पूर्व विधायक घोरावल रमेश दुबे,राम निहोर यादव,जय प्रकाश पाण्डेय, संजय यादव, जिलापंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अरुण कुमार सिंह, आर एच सी वर्ल्ड प्रा. लि. के सीएमडी निसार खाने, मौलाना इबादत हुसैन, हाफिज शरीफ अहमद,विपिन तिवारी, मुश्ताक खान, डॉक्टर लोकपति पटेल ग्राम प्रधान राम औतार यादव, धीरज सिंह कमेटी के अध्यक्ष इरशान खान, संयोजक मुस्तकीम खान, महामंत्री वकील खान, कोषाध्यक्ष मुमताज खान, उपाध्यक्ष अबुल हसन, सचिव अशोक पटेल, उपाध्यक्ष अब्दुल हलीम खान, मंत्री शिबली खान, सचिव अजय यादव, उपाध्यक्ष इम्तियाज खान, अमज़द खान, सहित दर्जनों गांव के हजारों लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन  वकील अहमद खान ने किया।


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