जमशेद आलम, ब्यूरो चीफ, भोपाल (मप्र), NIT:

कोतवाली पुलिस ने 2 करोड़ 61 लाख रुपये की ठगी के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने पंजाब और दिल्ली से दो शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने खुद को सरकारी अधिकारी बताकर फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से छिंदवाड़ा निवासी एक युवक से करोड़ों रुपये की ठगी की थी।
कोतवाली थाना प्रभारी उमेश गोल्हानी ने जानकारी दी कि छिंदवाड़ा निवासी आशीष सोनी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वर्ष 2014 से 2025 के बीच उसके साथ लगभग 2.63 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई। आशीष, जो पहले मर्चेंट नेवी में कार्यरत था, 2014 में अपने पिता के निधन के बाद नौकरी छोड़कर छिंदवाड़ा लौट आया। इसके बाद वह अपने पुराने साथियों हरविंदर गिल और लक्ष्य शर्मा के संपर्क में आया।
इन दोनों आरोपियों ने खुद को इनकम टैक्स, सुप्रीम कोर्ट, आरबीआई और वित्त मंत्रालय जैसे प्रमुख सरकारी संस्थानों से जुड़ा अधिकारी बताकर इंपोर्ट-एक्सपोर्ट बिज़नेस में मोटा कमीशन कमाने का झांसा दिया। आरोपियों ने व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए फर्जी दस्तावेज भेजे और नकली सरकारी लेटरहेड, ईमेल और पहचान पत्रों का इस्तेमाल कर आशीष को ठग लिया।
गिरफ्तार आरोपी:
हरविंदर गिल, पिता पाल सिंह गिल-निवासी: सेमकरण रोड, भिकवंडी, जिला तरणतारण, पंजाब, लक्ष्य शर्मा, पिता योगेन्द्र शर्मा-निवासी: तेजाब मिल, सादरा, दिल्ली (वर्तमान में विपिन गोयल के मकान में किरायेदार)
पुलिस को बरामद सामान:
ठगी में प्रयुक्त 3, मोबाइल फोन, 4 चेक जिनकी कुल राशि 71 करोड़ रुपये है, बैंक पासबुक, अन्य फर्जी दस्तावेज
छिंदवाड़ा पुलिस टीम की सराहनीय इस कार्रवाई में निरीक्षक उमेश कुमार गोल्हानी, उपनिरीक्षक नारायण सिंह बघेल, प्रधान आरक्षक युवराज रघुवंशी, रविन्द्र सिंह ठाकुर, आरक्षक सागर मर्सकोले और साइबर सेल के आरक्षक नितिन सिंह की विशेष भूमिका रही।
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