शमसुद्दोहा, ब्यूरो चीफ, गोरखपुर (यूपी), NIT:
जिला रविदास महासभा के लोगों ने अलवापुर प्राचीन रविदास मंदिर के प्रांगण में तथागत गौतम बुद्ध का जन्मोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला रविदास महासभा के अध्यक्ष विद्याधर ने किया एवं संचालन का कार्य जिला महामंत्री दयानंद भारती ने किया और उन्होंने तथागत गौतम बुद्ध जी के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला और बताया कि 2588 वां जन्मोत्सव बुद्ध पूर्णिमा यानी बैशाख मास पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा कहते हैं। बौद्ध धर्म का यह महत्वपूर्ण त्यौहार है।
इसे बुद्ध जयंती के नाम से भी जाना जाता है धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस शुभ दिन पर ही गौतम बुद्ध का जन्म और ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। उनके जीवन में तीन से अधिक महत्वपूर्ण घटनाएं रही पहले उनका जन्म, दूसरा ज्ञान और तीसरा मोक्ष यह सभी एक ही तिथि पर आते हैं इस पावन दिन पर विधि विधान से भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। वैशाख पूर्णिमा पर व्रत रहकर दान पुण्य का महत्व है। लोग इस दिन बरगद के वृक्ष की पूजा करते हैं । बुद्ध पूर्णिमा पर्व श्रद्धा और हर्ष के साथ मनाया गया और उन्हें शत-शत नमन कर उनके कृतियों और जीवन के विभिन्न धर्मार्थ ,परोपकार कार्यों को याद किया गया।
इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे विद्याधर, दयानंद भारती, संत राज भारती, सुकदेव प्रसाद, पूर्णमासी, राजकुमार, राजकुमार भारती, सुरेश प्रसाद, बृजमोहन भारती, हरी प्रसाद, भोलानाथ, गोपाल प्रसाद, विष्णुकांत, बलराम, दयानंद भारती उर्फ दयालु, योगेश कुमार,
वीरेंद्र, पशुपति नाथ रविकुल, श्री चंद एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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