फास्ट रिलीफ चैरिटेबल ट्रस्ट उ0प्र0 के जिला कार्यकारिणी का हुआ, गठन डॉ रमेश कुमार कुशवाहा बने जिला अध्यक्ष | New India Times

शरीफ़ अहमद खान, ब्यूरो चीफ, सोनभद्र (यूपी), NIT:

फास्ट रिलीफ चैरिटेबल ट्रस्ट उ0प्र0 के जिला कार्यकारिणी का हुआ, गठन डॉ रमेश कुमार कुशवाहा बने जिला अध्यक्ष | New India Times

मंगलवार की दोपहर आरुषि इलेक्ट्रोहोम्यो हेल्थ एंड डेंटल केयर के प्रांगण में फास्ट रिलीफ चैरिटेबल ट्रस्ट (FRCT) के जिला कार्यकारिणी टीम के गठन का कार्यक्रम संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत एफआरसीटी के संस्थापक महेंद्र कुमार वर्मा जी ने माँ सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर सरस्वती वंदना करते हुए किया।एफआरसीटी के संस्थापाकमहेंद्र कुमार वर्माजी ने बताया कि फास्ट रिलीफ चैरिटेबल टीम(एफआरसीटी) की प्रदेश कार्यकारिणी ने सोनभद्र जिले की जिला कार्यकारिणी का मनोनयन कर दिया है। मनोनयन के बाद प्रदेश संस्थापक महेन्द्र वर्मा, सह संस्थापक चन्द्रशेखर सिंह, चरन सिंह कंवर, आशु कालियर, जनार्दन यादव ने सोनभद्र की टीम को बधाई दी।

इनको मिली सोनभद्र की ज़िम्मेदारी

सोनभद्र की जिला कार्यकारिणी में डॉ रमेश कुमार कुशवाहा को जिलाध्यक्ष, सर्वजीत सिंह को महामंत्री, शरीफ अहमद को कोषाध्यक्ष,बनाया गया डॉ संजय कुमार सिंह को जिला प्रवक्ता मंगल चरन सिंह वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष तथा अरुण मौर्य और विजय मल को जिला उपाध्यक्ष बनाया गया है। वहीं संगठन मंत्री आशा मौर्या, संयुक्त मंत्री श्रीपति विश्वकर्मा, आईटी सेल प्रभारी त्रिलोकी सिंह पटेल, जिला मीडिया प्रभारी श्वेता कुमारी दास को बनाया गया है।

एफआरसीटी से जुड़ना सौभाग्य की बात

जिलाध्यक्ष डॉ रमेश कुमार कुशवाहा ने बताया कि एफआरसीटी से जुड़ना अपने आप में सौभाग्य की बात है। जनसेवा और परोपकार के लिए इससे बेहतर मंच नहीं मिल सकता। एफआरसीटी को सोनभद्र में जन जन तक पहुंचाया जाएगा।एफआरसीटी में सभी विभागों के सरकारी गैर सरकारी व संविदा कर्मचारी, समस्त कर्मचारी, क्लर्क चपरासी, नर्स, डॉक्टर, इंजीनियर, मीडियाकर्मी, एडवोकेट, व्यवसाई, किसान, गृहिणी, छात्र आदि को एफआरसीटी के वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराकर सदस्य बनवाया जाएगा।

नॉमिनी को मिलेगा 50 लाख

महामंत्री सर्वजीत सिंह ने बताया एफआरसीटी से जुड़े किसी सदस्य के निधन होने पर टीम के सभी सदस्य द्वारा धनराशि 20 रुपए या 50 रुपए सीधे दिवंगत सदस्य के नॉमिनी के खाते में आर्थिक सहयोग भेजकर परिवार को 50 लाख रुपए तक का मदद किया जाएगा। कोषाध्यक्ष शरीफ अहमद ने बताया कि गंभीर रूप से बीमार या दुर्घटना में घायल सदस्य के इलाज में 5 से 10 लाख रुपए तक का आर्थिक मदद मिलेगा।

ये बन सकते हैं एफआरसीटी सदस्य

प्रदेश संस्थापक महेन्द्र वर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 18 वर्ष से लेकर 55 वर्ष आयु तक के केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी, तकनीकी शिक्षा के शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारी, उच्च शिक्षा के शिक्षणेत्तर कर्मचारी, समस्त विभागों के सरकारी कर्मचारी/अधिकारी या समस्त विभागों के संविदा कर्मचारी/अधिकारी सदस्य बन सकते हैं।किसी भी विद्यालय/कॉलेज/हॉस्पिटल/न्यायालय/कंपनी/दुकान इत्यादि में प्राइवेट जॉब करने वाले समस्त शिक्षक, क्लर्क, चपरासी, प्रधानाचार्य, प्राचार्य, नर्स, कंपाउंडर डॉक्टर, इंजीनियर, मुंशी, एडवोकेट या कोई अन्य कर्मचारी, प्रबंधक, अधिकारी सदस्य बन सकते हैं। व्यवसाई, किसान, मजदूर, गृहिणी, छात्र/छात्राएं सदस्य बन सकते हैं।

सदस्य बनने से ये होगा लाभ

एफआरसीटी से जुड़े हुए वैधानिक सदस्य के असामयिक मृत्यु होने पर उनके परिवार को पारदर्शी तरीके से आर्थिक सहायता कराया जाएगा। एफआरसीटी से जुड़े हुए सभी सदस्य इस तरह का आर्थिक मदद सीधे दिवंगत सदस्य के नॉमिनी के खाते में धनराशि भेजकर करेंगे। जिसमें मृत्यु की दशा में 50 लाख तक,दिव्यांग ता, गंभीर बीमारी पर 10 से 20 लाख रुपये तक पीड़ित परिवार को मदद करने का लक्ष्य है।इस मौके पर एफआरसीटी प्रदेश टीम के साथ राजकुमार, संतोष कुमार, संदीप कुमार, रवि सिंह, कुंवर सिंह, कांता प्रसाद एवं क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद थे।


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