कुटुंब न्यायालय बुरहानपुर के न्यायाधीश हाजी शेख सलीम की प्रेरणा से लोक अदालत में 48 पारिवारिक मुक़दमों का निराकरण | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

कुटुंब न्यायालय बुरहानपुर के न्यायाधीश हाजी शेख सलीम की प्रेरणा से लोक अदालत में 48 पारिवारिक मुक़दमों का निराकरण | New India Times

जिला न्यायालय परिसर बुरहानपुर में शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय हाजी शेख सलीम की प्रेरणा से पारिवारिक मुकदमों में भरन पोषण के 32 , दाम्पत्य संबंधो की पुनर्स्थापना के 5, भरण पोषण राशि वसूली के 11 इस प्रकार कुल 48 मुकदमों में समझौता कराया गया। भरण पोषण वसूली के प्रकरणों में कुल 6 लाख 92 हजार रूपये आवेदिका पक्ष को दिलाए गए।

वहीं कुछ मुक़दमों में कई सालों से अलग रह रहे दम्पत्ति एक होने से जहां बच्चों को माता पिता दोनों का प्यार नसीब हुआ वहीं कई परिवार एक हुए। कुटुंब न्यायालय के परामर्शदाता महेंद्र जैन ने बताया कि कुछ मुक़दमें कई सालो से छोटे छोटे कारणों से चले आ रहे रहे थे उन में उत्पन्न विवाद को लोक अदालत के माध्यम से आपसी सुलह सफाई से निराकृत किया गया।

लोक अदालत में निराकृत हुए मुकदमो में  पक्षकारो को प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश मोहतरमा आशिता श्रीवास्तव एवं कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अलहाज शेख सलीम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जिला न्यायालय बुरहानपुर के जिला न्यायाधीश/सचिव इन्दुकांत तिवारी की उपस्थिती में फलदार पौधे वितरित किए गए एवं जीवन में आगे बढ़ने की नसीहत देकर सभी को बिदा किया गया। दम्पत्तियों द्वारा उक्त नसीहत और समझाइश को सहर्ष स्वीकार कर न्यायालय से ख़ुशी ख़ुशी विदा हुए तथा उन्हें भविष्य में सुखमय जीवन के लिए शुभकामना दी गई।


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