गुर्जर समाज के संत शिरोमणी श्रीहरिगिरी के अनुयायियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर संत शिरोमणी हरिगिर महाराज को पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने की मांग | New India Times

पवन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:

गुर्जर समाज के संत शिरोमणी श्रीहरिगिरी के अनुयायियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर संत शिरोमणी हरिगिर महाराज को पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने की मांग | New India Times

संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी को पद्म विभूषण से सम्मानित किये जाने वावत् (शराब बंदी, दहेज बंदी, मृत्युभोज बंदी की लगभग 70 महापंचायतो म०प्र० के मुरैना, ग्वालियर, दतिया, भिंण्ड, शिवपुरी, श्योपुर राजस्थान के धौलपुर, भरतपुर, बयांना, डींग, उ०प्र० के आगरा, इटावा, आरैया, जालौन इन जिलो में उपरोक्त तीनों कुरीतियों को समाप्त किया गया) महोदय, सविनय निवेदन है कि चम्बल क्षेत्र में एक परम त्यागी और तपस्वी समाज सुधारक लोकहितबादी संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी तपस्या रत है जिन्होने म०प्र०, राजस्थान, और उ०प्र० के चम्बल क्षेत्र से जुडे 14 जिलों में मृत्यु भोज बंदी, शराब बंदी, दहेज बंदी, हेतु 70 से अधिक सफल महापंचायतों का आयोजन कर उक्त कुरीतियों को रोकने के सफल अभियान किया।

गुर्जर समाज के संत शिरोमणी श्रीहरिगिरी के अनुयायियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर संत शिरोमणी हरिगिर महाराज को पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने की मांग | New India Times

सन् 2011 से 2016 तक मृत्युभोज में जहाँ चम्बल क्षेत्र में प्रत्येक परिवार में 100 बोरिया शक्कर लगती थी जिसमें लाखों रूपये खर्चा आता था उसे संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी की पंचायतों की वजह से पॉच मन पुआ तक सीमित कर दिया गया है जिससे बहुत बड़ी फिजुल खर्चे बच गये हैं इस मृत्यु भोज की वजह से जहाँ पहले लोगों की जमीन बिक जाया करती थी और लोग कर्ज और गरीबी के कुचक में फंस जाते थे अब ऐसा नहीं होता है।

गुर्जर समाज के संत शिरोमणी श्रीहरिगिरी के अनुयायियों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख कर संत शिरोमणी हरिगिर महाराज को पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने की मांग | New India Times

सन् 2016 से 2018 तक शराब बंदी संबंधी महापंचायत गाँव-गाँव, शहर-शहर उक्त 14 जिलों में शंत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज ने करना आरम्भ किया क्योंकि शराब की वजह से लाखों परिवार पीड़ित थे पंचायतों का प्रभाव से लाखों लोगों ने शराब पीना बंद कर दिया जिससे उनकी आर्थिक स्थित जेवर बिकना घरेलू हिंसा, सड़क दुर्घटना, व आपसी झगड़ो में कमी प्रत्यक्ष रूप से देखने को मिली।

सन् 2018 से अब तक निरन्तर जारी- संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी ने दहेज बंदी अभियान लेना प्रारम्भ किया तो बड़े पेमाने पर युवाओं एंव बुजुर्गों ने दहेज न लेने की शपथ ली जिसके प्रणाम स्वरूप कन्या भ्रुण हत्या में कमी आई और रिश्तेदारों के आपसी सामंजस्य एवं संबंध मधुर होने लगे 2018 के बाद दहेज
उत्पीड़न में संबंधी मामले कम ही देखने को मिल रहे हैं उक्त तीनों विषयों की पंचायतों का प्रभाव सर्व समाज पर पड़ रहा है किन्तु गुर्जर समाज ने इन 14 जिलों के तीनों राज्यों में अक्षरशः पालन किया है जिससे लाखों लोग लाभान्वित हुए हैं।

2002 से 2010 तक-संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी ने गौ हत्या कि रोक के लिए काफी प्रयास किया जिसके परिणाम स्वरूप धौलपुर में कसाई खाने को खुलने से रोका एवं चम्बल क्षेत्र के लगभग सभी होटल और ढाबों में शाकाहारी भोजन को प्राथमिकता दी जाने लगी।
2022 से निरन्तर जारी संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी के सान्निध् य में गरीब बच्चों के लिए निः शुल्क छात्रावास डी.डी. नगर चाबला मार्केट के पास ग्वालियर में संचालित किया जा रहा है।

इन कार्यां को विधिवत रूप से संचालन हेतु संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी के शिष्यो श्री श्री महादेवगिर महाराज जी श्री श्री लालगिर महाराज जी, श्री श्री जनवेदगिर महाराज जी, एवं 18 शिष्यो ने कंधे से कंधा मिलाकर काम किया साथ ही उनके हजारों युवाओं व बुजुर्गो ने शराब बंदी, दहेज बंदी, मृत्युभोज बंदी, की समितिया बनाकर डोर टु डोर काम किया जिससे सर्व समाज पर सकारात्मक प्रभाव पडा एवं गुर्जर समाज जो कि पिछड़ा समाज माना जाता है ने इन पंचायतों को सत प्रातिशत माना। उक्त महापंचायतों में कई माननीय विधायक मंत्री एवं
सांसदों ने भी शिरकत की जिसमें श्री रूस्तम सिंह जी पूर्व मंत्री म०प्र० शासन, श्री बंशी लाल गुर्जर वर्तमान राज्य सभा सांसद, श्री ऐदल सिंह कंसाना कृषि मंत्री म०प्र० शासन एवं अन्य विधायकों सांसदो ने शिरकत की एवं सन् 2023 के इंडिया टुडे के इंटरव्यू में श्री वी डी शर्मा सांसद एवं प्रदेश अध्यक्ष भाजपा जिनका इंटरव्यू प्रसिद्ध पत्रकार सौरभ द्विवेदी (लल्लन टोप) ने लिया था जिसमें वी डी शर्मा ने इन अभियानों के लिए महाराज जी की भूरि-भूरि प्रशंसा की थी लगभग सात वर्ष पूर्व 21/04/2017 के ऐवीपी न्यूज के घंटी बजायो कार्यक्रम में भी महाराज जी के इन अभियानों के बारे में बताया गया। यही संक्षिप्त विवरण है।

जीवन परिचय संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज जी ने बाल्यकाल में 14 वर्ष की आयु में श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के नागासाधुपंथ में श्री श्री 1008 श्री भीकमगिर बाबा के सान्निध्य में संत हो गये थे। संत शिरोमणी श्री श्री 1008 हरिगिर महाराज चम्बल किनारे मोरोली गाँव के बडे पुरा के पास जिला धौलपुर राजस्थान में चम्बल किनारे कुटिया में पिछले 55 वर्षो से तपस्यारत है महाराज जी की आयु लगभग 70 वर्ष है महाराज जी ने डकेत समस्या के दौरान चम्बल के मुरैना म०प्र० व धौलपुर राजस्थान में शिक्षा संबंधी जागरूकता व शासन के सहयोग की विचार धारा जागृति की। उज्जैन में 2016 के महाकुम्भ से संत शिरोमणी श्री 1008 हरिगिर महाराज जी श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंर्तराष्ट्रीय संरक्षक है।

सम्पर्क सूत्र:- परम पूज्य श्री श्री 1008 महादेवगिर महाराज जी 9753569997 पता- ग्राम सागोली आश्रम थाना माता बसईया जिला मुरैना, चौ० भानु प्रताप सिंह गुर्जर 9009172001 पता- बसुन्धरा कॉलोनी बाबडी के पास आदित्यपुरम ग्वालियर म०प्र०, चौ० अतिवीर सिंह 7889722257 पता- ग्राम सुकांड थाना गौरमी जिला भिंड म०प्र०, सत्यम सिंह गुर्जर 8319633669 पता- ग्राम जिगनी थाना माता बसैया जिला मुरैना म०प्र०।

हस्ताक्षर :-

शैलेन्द्र

महादेवगिर

जनवेदनिर

Mahavir Singh

अरुण प्रताप

सीताराम

राजकुमार सिह

Pusp raj

जीत गुर्जर

भूरा

पुष्पराज


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