मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
बारिश का मौसम लग चुका है परंतु शमशान घाट में छत नहीं होने के कारणवश आने वाले दिनों में लोगों को शव दहन करने में कठिनाइयों से दो-चार होना पड़ेगा। इसी समस्या को देखते हुए शहरवासियों ने आक्रोश स्वरूप नगर निगम कमिश्नर की सांकेतिक शव यात्रा निकाली जिसे ‘राम नाम सत्य है’ का उच्चारण करते हुए सतियारा घाट तक ले जाकर पुतला दहन किया गया।
बुरहानपुर मज़दूर यूनियन अध्यक्ष ठाकुर प्रियांक सिंह ने कहा शमशान घाट पर शेड होना अनिवार्य होता है। अगर बारिश का मौसम है तो शव का अंतिम संस्कार करते समय बारिश आने पर जलता हुआ शव बुझना नहीं चाहिए। मानसून सर पर है परंतु सतियारा घाट शमशान घाट पर शेड/छत की कोई व्यवस्था नहीं है। नगर निगम कमिश्नर संदीप श्रीवास्तव केवल कार्यक्रमों में शिरकत करके फोटो सेशन में व्यस्त रहते हैं। शहरवासी बारिश के मौसम में अंतिम संस्कार कैसे करेंगे ? इसकी उनको सुध नहीं है।
ठाकुर प्रियांक सिंह ने आगे बताया शमशान घाट का रखरखाव, इत्यादि नगर निगम बुरहानपुर करता है। यहां पर क्या सुविधाएं हैं, किसकी आवश्यकता है ? इन सबको देखने का कार्य निगम अधिकारियों का है। किसी का ध्यान मूलभूत आवश्यकताओं पर नहीं है। शहर में हो रही अव्यवस्थाओं पर तो जीते जी नगर निगम ने सभी को परेशान कर रखा है अब तो मरने के बाद भी नगर निगम के कारण शव दहन नहीं किया जा सकता।
शमशान घाट की अव्यवस्थाओं पर तंज़ कसते हुए ठाकुर ने कहा की क्या अब हिंदुओं को अपने सगे संबंधियों के शवों को दहन ना करते हुए नगर निगम के कारण कब्रिस्तान में गाड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा ?
हिंदू जागरण मंच जिला सह संयोजक भूषण सूर्यवंशी ने कहा नगर निगम द्वारा की जा रही इस अनदेखी से सभी शहरवासी बहुत परेशान हैं। इसीलिए नगर निगम कमिश्नर की सांकेतिक शव यात्रा निकाली गई है और उनके पुतले को शमशान घाट में दहन किया है। अगर नगर निगम जल्द ही शमशान घाट पर शेड का निर्माण नहीं करता है तो आने वाले दिनों मे नगर निगम का घेराव किया जाएगा।
शमशान घाट पर आक्रोश व्यक्त करते समय विक्की मराठा, लोकेश डाले, उमेश बारी, मलेश काले, शुभम कोगे, नितेश काले, अर्जुन चौहान, हरीश काले, पवन चौहान, आदि उपस्थित रहे।
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