विवेक जैन, बागपत (यूपी), NIT:
जनपद बागपत के टटीरी कस्बे में आयोजित 51 कुण्डीय विशाल सहस्रचन्ड़ी महायज्ञ एवं संत समागम् में दिल्ली एनसीआर सहित दूर-दराज क्षेत्रों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण पहुॅंच रहे हैं। परम पूज्नीय स्वदेश स्वरूप ब्रहमचारी जी महाराज वृंदावन वालो ने यज्ञ के छठे दिन यज्ञ के महत्व और यज्ञ की उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कहा कि यज्ञ भारतीय संस्कृति का प्राण और वैदिक धर्म का सार है। यज्ञ ही संसार का श्रेष्ठतम कर्म है और संसार का श्रेष्ठतम कर्म यज्ञ ही है। बताया कि यज्ञ हमारी प्रतिदिन की पूजा में शामिल होना चाहिए। यज्ञ के आयोजन से भौतिक सम्पदा प्राप्त होने के साथ-साथ आध्यात्मिक सम्पदा भी प्राप्त होती है। यज्ञ रोगों और महामारियों से बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यज्ञ मनुष्यों और देवताओं के बीच सम्बन्ध स्पापित करने वाला माध्यम है। यज्ञ से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वातावरण शुद्ध होता है। 51 कुण्डीय विशाल सहस्रचण्डी महायज्ञ समिति के अध्यक्ष अंकुर पंड़ित व राजेश पंडित गढ़ वालों ने बताया कि 9 दिवसीय यज्ञ 9 अप्रैल 2024 को प्रारम्भ हुआ था और 17 अप्रैल 2024 को यज्ञ की पूर्ण आहुति होगी और विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा। यज्ञ आचार्य पंड़ित मनोहरलाल जी निबाली वालो ने बताया कि यह महायज्ञ विश्व तथा क्षेत्र की सुख शान्ति एवं समृद्धि हेतु किया जा रहा है। सेवादार प्रवीण कुमार ने बताया कि महायज्ञ में श्रद्धालुगण यज्ञ में आहुति देने के साथ -साथ, संगीतमय काशी जी आरती, संतो के प्रवचन, भगवान के भजन, कीर्तन और भक्तिमय नृत्य व नाटिकाओं में बढ़चढ़कर भाग ले रहे है। समिति के महामंत्री संजीव शर्मा और दीपक गोयल ने बताया कि श्रद्धालुगण महायज्ञ में अपने शारीरिक, मानसिक, आर्थिक कष्ट निवारण हेतु यज्ञ भगवान की 108 परिक्रमा कर रहे है। समिति के कोषाध्यक्ष प्रवीण गोयल व मनोज गुप्ता मितली वालो ने बताया कि आने वाले श्रद्धालुओं के लिए जलपान और खाने की पर्याप्त व्यवस्था की गयी है। यज्ञ कार्यक्रम में पहुंचे अतिथियों को कमेटी द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी संजय रूहेला सभासद बागपत, नेशनल अवार्डी एवं उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, राजीव मित्तल उर्फ राजू, एड़वोकेट अचिन गर्ग, डा प्रशान्त शर्मा, आलोक शर्मा, भूषण गुप्ता, कपिल गुप्ता उर्फ कन्हैया, विशाल गुप्ता सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।
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