हाशिम अंसारी, सीतापुर ( यूपी ), NIT; लहरपुर सीतापुर संवाद निकाय चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी में टिकट को लेकर घमासान मचा हुआ है जिससे पार्टी टूटने के आसार प्रबल होते नजर आ रहे हैं।
समाजवादी पार्टी से सिंबल को लेकर छिड़ी जंग कम होती नजर नहीं आ रही है। हाजी जावेद अहमद सपा के वर्तमान नगर अध्यक्ष मेराज महबूब तथा मौलाना आफताब ने पार्टी से सिंबल की मांग करते हुए अपनी दावेदारी ठोकी थी किंतु इस जंग में मौलाना के शामिल होने से मेराज महबूब अपने को काफी पीछे पा रहे हैं। बताया जाता है कि हाजी जावेद अहमद तथा मौलाना आफताब इस लड़ाई में काफी आगे चल रहे हैं जिसे देखते हुए मेराज महबूब ने कांग्रेस में शामिल होने के साफ संकेत दे दिए हैं और कल तक अपनी दावेदारी ठोकने की बात भी कह रहे हैं। उनका मानना है की नगर में हम ने गरीबों के हक की लड़ाई सदैव लड़ी है इसलिए मैं चुनाव अवश्य लडूंगा और जीतूंगा भी, जनता हमारे साथ है, मैंने पहले भी कांग्रेस उम्मीदवार की मदद की है और यदि पार्टी ने सिंबल दिया तो पंजे की जीत निश्चित है। यहां पर बताते चलें कि हारुन अंसारी जो कुछ समय से बसपा छोड़कर आए हैं वह भी कांग्रेस में शामिल होकर अपनी दावेदारी जता रहे हैं किंतु मेराज महबूब जैसा नेता पाकर कांग्रेस पार्टी हारून जैसे कमजोर नेता पर अपना दांव आजमाएगी इसकी संभावना कम ही है। मेराज महबूब हर तबके के नेता माने जाते हैं और समाज में उनकी अच्छी पकड़ है।
कुल मिलाकर यदि मेराज महबूब पार्टी छोड़ते हैं तो समाजवादी का नगर में कमजोर होना तय है। मौलाना आफताब को लड़ाने से भारतीय जनता पार्टी के मनोज गुप्ता को ऑक्सीजन अवश्य मिल जाएगी।
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