पवन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:
माध्यमिक शिक्षा मण्डल की बोर्ड परीक्षाएँ सोमवार 5 फरवरी से ग्वालियर जिले में भी शुरू हुईं। पहले दिन 10वीं कक्षा के हिन्दी विषय की परीक्षा हुई। कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह सहित जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने विभिन्न परीक्षा केन्द्रों का जायज़ा लिया। कलेक्टर श्री सिंह इस दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री राजेश चंदेल के साथ पुलिस थाना मुरार भी पहुँचे और सीसीटीव्ही कैमरे के फुटेज निकलवाकर पुलिस थाने से परीक्षा केन्द्र के लिए प्रश्न-पत्र ले जाने की प्रक्रिया का बारीकी से जायज़ा लिया।
कलेक्टर श्री सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुँचकर बोर्ड परीक्षाओं को सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न कराने के लिए स्थापित किए गए कंट्रोल रूम का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा श्री दीपक पाण्डेय भी उनके साथ थे।
सोमवार को कलेक्टर श्री सिंह ने शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्र.-1 मुरार में संचालित परीक्षा केन्द्र का निरीक्षण किया। इस परीक्षा केन्द्र पर एमएलबी कन्या मुरार व सिल्वर वेल्स स्कूल के 10वीं कक्षा के 454 परीक्षार्थी हिंदी विषय की परीक्षा देने आए थे। कलेक्टर श्री सिंह ने इस केन्द्र के शौचालय की साफ-सफाई करने के निर्देश केन्द्राध्यक्ष को दिए। साथ ही कहा कि माध्यमिक शिक्षा मण्डल के दिशा-निर्देशों का पालन कर परीक्षाएँ सम्पन्न कराएँ। उन्होंने इस केन्द्र के अलावा महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरार, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्र.-2 मुरार एवं हजीरा क्षेत्र में स्थित जेसीमिल स्कूल में स्थापित किए गए परीक्षा केन्द्रों का भी निरीक्षण किया।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय परिसर में कंट्रोल रूम के निरीक्षण के दौरान उन्होंने ड्यूटी पर तैनात सभी अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे परीक्षा से संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का बारीकी से अध्ययन करें, जिससे किसी परीक्षा केन्द्र से फोन के माध्यम से कोई समस्या बताई जाए तो उसका तत्काल समाधान किया जा सके। उन्होंने कंट्रोल रूम के भीतर माध्यमिक शिक्षा मण्डल के दिशा-निर्देशों का फ्लो चार्ट लगाने के निर्देश भी दिए। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि कंट्रोल रूम सजग व अपडेट रहे, इसमें कोई ढ़िलाई न हो।
शिक्षकों की भी होगी परीक्षा और ग्रेडिंग के आधार पर दिलाया जाएगा प्रशिक्षण
कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह ने प्राथमिक से उच्चतर माध्यमिक स्तर तक शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिये विशेष प्रयास करने पर बल दिया है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान संयुक्त संचालक स्कूल शिक्षा को निर्देश दिए कि शिक्षकों के लिये रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएँ। इससे पहले शिक्षकों की परीक्षा लें और ग्रेडिंग तय करें। ग्रेडिंग तय करने के बाद उन्हें विशेष प्रशिक्षण दिलाएँ जिससे वे और दक्ष होकर बच्चों को पढ़ा सकें।
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