गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:

प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान के विधि विभाग द्वारा एक दिवसीय बूट कैम्प दिनांक 4 जनवरी 2024 को आयोजित किया गया।
इस बूट कैम्प का विषय ‘‘क्राफ्टिंग इफेक्टिव कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट’’ रहा। इस एक दिवसीय बूट कैम्प का मुख्य उद्देश्य विधि के छात्र-छात्राओं को इफेक्टिव कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट के महत्व को समझाना रहा जिससे कि विधि के छात्र-छात्रायें कमर्शियल काॅन्टेªक्ट को सीखकर अपने दिन प्रतिदिन की जीवनचर्या में उपयोग कर एक अच्छे सलाहकार बन सकें।
संस्थान के निदेशक डाॅ. निशांत जोशी ने बताया कि इस तरह के बूट कैम्प छात्र-छात्राओं के मन में एक अलग ही उत्साह पैदा करते है और उन्होंने बताया कि हमारे विधि विभाग के सभी छात्र एवं छात्राऐं बहुत ही ऊर्जावान हैं और वो इस बूट कैम्प के माध्यम से अपने जीवन को एक अलग ही मुकाम पर ले जाने का प्रयास कर सकते हैं क्योंकि विधि क्षेत्र में कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट का अपना अलग ही महत्व है जो हमारे जीवन में दिन प्रतिदिन उपयोग होता है। उन्होंने सभी छात्र एवं छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएँ दी।
संस्थान की सह-निदेशिका डाॅ. तारिका सिंह सिकरवार ने बताया कि कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं और हम हर दिन कोई न कोई काॅन्ट्रेक्ट करते हैं परन्तु हम कोई काॅन्ट्रेक्ट करते हैं तो उसमें हमें अपने दायित्व को निभाना होता है। हमारे विधि विभाग के छात्र एवं छात्राएँ आज के बूट कैम्प से सीखकर अपने ज्ञान का विकास करेंगे। उन्होंने बताया कि हर साल हमारे संस्थान में बूट कैम्प का आयोजन किया जाता रहा है और आगे भी छात्र एवं छात्राओं के चहुमुखी विकास के लिए संस्थान हमेशा तत्पर रहेगा।
कार्यक्रम के रिसोर्स पर्सन श्री भूमेश वर्मा ने बताया कि विधि के क्षेत्र में शब्दों का चयन सबसे ज़्यादा ज़रूरी है। हमें कब क्या बोलना है कैसे बोलना है, यह हमारा कानून अच्छे से सिखाता है। उन्होंने बताया कि कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट का प्रयोग हम दिन-प्रतिदिन अपने जीवन में करते हैं और हमारा आज का विषय कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट के उपयोग से ही सम्बंधित है।
उन्होंने सभी छात्र एवं छात्राओं को कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट के प्रोर्फोमा के माध्यम से एग्रीमेंट को भरवाना भी सिखाया और उन्होंने यह भी बताया कि कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट को पूरा करने के लिए कुछ आवश्यक तत्व होते हैं। उनको पूरा किये बिना एक कमर्शियल काॅन्ट्रेक्ट पूरा नहीं होता है जैसे काॅन्ट्रेक्ट का विषय, पार्टीज, कंसीडरेशन और उन्होंने यह भी बताया कि जो भी काॅन्ट्रेक्ट आप करते हैं अगर आपने उसको भंग किया तो आप को उसको पूरा करने के लिए मुआवजा देना पड़ता है।
कार्यक्रम में 300 से अधिक छात्र एवं छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य रूप से विधि विभागाध्यक्ष डाॅ. हरिओम अवस्थी, बूट कैम्प के काॅर्डिनेटर सहायक प्राध्यापक आशीष यादव, सहायक प्राध्यापक आबिल हुसैन, सहायक प्राध्यापक अनुराग शर्मा, सहायक प्राध्यापिका ज्योति तोमर, सहायक प्राध्यापिका चारू भारद्वाज, सहायक प्राध्यापिका ईशानी पाठक उपस्थित रहे तथा अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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