रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/पंकज बडोला, झाबुआ (मप्र), NIT:
मेघनगर के समाजसेवी महा मानव राजेंद्र जैसे लोग धरती पर कम ही अवतरित होते हैं। राजेंद्र श्रीवास्तव की सेवा के बारे में जितना लिखा जाये शायद शब्दों मे कम ही है।
एक बार फिर एक घायल भटके बिछड़े को घर परिवार से मिलवाया मेघनगर के राजेंद्र श्रीवास्तव जिन्हें समूचा क्षेत्र नीरज के नाम से भी सम्बोधन करता है जो की सामाजिक कार्यों में अपनी कड़ी मेहनत और लगन से ओर उनका कार्य करने का तरीका अनोखा है वे किसी भी असहाय जरूरतमंद बेसहारा मानसिक रोगी भटके बिछड़ो को घर परिवार से मिलवाने का कार्य कर रहे हैं उसमें उनका समर्पण कइयों को प्रेरणा भी देता है।
दो दिन पूर्व गम्भीर चोट से ग्रसित एक असहाय व्यक्ति की उनको सूचना मिली वे अपने नित्य कार्य छोड़ उस व्यक्ति की सहायता में जुट गये। असहाय व्यक्ति को अपनी दुकान लाये उसको जल पान कराया उसके बाद उपचार करवाया भोजन तथा नियमित दवाइयां देते हुए काउंसलिंग करके घर परिवार से संपर्क साधा जैसा कि वो इस कार्य में अपने सौशल नेटवर्किंग का उपयोग करके हर भटके बिछड़ो के घर ढूंढने में करते हैं। दोपहर तक परिवार को ढूंढ लिया गया व मेघनगर में परिवार के सदस्य के होने की सूचना दी।
भटके व्यक्ति का नाम विज्जो कुशवाहा है जो राजस्थान के धौलपुर का रहने वाला है अपने मित्र के साथ रोजगार के लिए गुजरात के सूरत जा रहा था जो ट्रेन से सफर में था उसके बाद अज्ञात अनहोनी के बाद उसे घायल अवस्था में मेघनगर में पाया गया। असहाय अवस्था में सामाजिक कार्यकर्ता श्रीवास्तव ने सहारा दिया उपचार करवाया भोजन व दवाई सहित नए कपड़े व गर्म कपड़ो की मदद दी गई साथ ही घर परिवार ढूंढ कर परिवार को बुलाकर उनके सुपुर्द किया गया। श्रीवास्तव के इस सेवा कार्य की नगर के सामाजिक संगठनों सहित गणमान्यों के द्वारा निरज को बधाई एवं शुभकामनाएं दी जा रही है।
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