मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
फिलिस्तीन और इजराइल के मध्य जारी तनाव के कारण देश और दुनिया के मुसलमान इस समय कठिन परिस्थितियों से गुजर रहे हैं। हमारे भारत राष्ट्र के लिए विशेष कर मुस्लिम समाज के लिए गर्व का विषय है कि भारत सरकार, विदेश मंत्रालय नई दिल्ली ने इजराइल फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत सरकार के स्टैंड को स्पष्ट करते हुए अपनी दीर्घकालीन नीति के तहत फलस्तीन की हिमायत की है। भारत सरकार का उक्त बयान क़ानूनी तहफ्फूज के तौर पर भारतीय मुसलमानों की फिलस्तीनी हिमायत के लिए काफी है। वहीं धार्मिक मुस्लिम विद्वानों ने वर्तमान हालात के तहत इस्लाम के परंपरागत और सुन्नत के तरीके पर चलते हुए विशेष नमाज़ (कुनूते नाज़िला) का एहतेमाम करके इसके ज़रिए रूजुअ होने, और रो-रो कर दुआएं मांगने की अपील की है। बुरहानपुर के क़ाज़ी ए शरीयत मुफ़्ती रहमत उल्ला क़ासमी ने तमाम अईमा ए मस्जिद से अपील की है कि आलम ए इस्लाम और किबला ए अव्वल पर हालात के तनाजूर में नमाजे फज्र में इसका एहतेमाम किया जाए। अन्य धार्मिक संगठनों के पदाधिकारियों ने भी इस नमाज़ का आयोजन अपने अपने क्षेत्र की मस्जिदों में करने की अपील की है।
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