संदीप शुक्ला, ब्यूरो चीफ, ग्वालियर (मप्र), NIT:

घटना पड़ाव थाना की गायत्री नगर इलाके में सुबह उसे वक्त हुई जब सरपंच विक्रम रावत अपने वकील के पास मिलने के लिए पहुंचा था। कार से उतरते ही विक्रम को पीछे से आए बाइक सवारों ने अन्धाधुन्ध फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया। आपको बता दे कि साल 2021 में विक्रम रावत के चचेरे भाई की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में विक्रम भी प्रमुख गवाह था।
ग्वालियर जिले के बनेहरी गांव के सरपंच विक्रम रावत की हत्या से सनसनी फैल गई। शहर के कांति नगर इलाके में रहने वाले विक्रम रावत सुबह करीब 9:00 बजे गायत्री नगर में रहने वाले अपने वकील के यहां मिलने पहुंचे थे। वकील के घर के सामने विक्रम रावत जैसे ही अपनी कार से उतरा पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग की। गोली लगने से सरपंच विक्रम रावत मौके पर ही ढेर हो गया। घटना के बाद हमलावर भाग निकले। जानकारी लगने पर पड़ाव पुलिस मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि विक्रम को तीन गोलियां लगी घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस ने विक्रम को निजी अस्पताल भिजवाया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोलू की आवाज सुनकर लोग बाहर निकल आए प्रत्यक्ष दर्शन का कहना है कि हमलावरों की संख्या चार से ज्यादा हो सकती है। वहीं पुलिस इस मामले की जांच के लिए घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
आपको बता दे की साल 2021 में बनहेरी गांव में ही दो पक्षों में विवाद हुआ था जिसमें विक्रम रावत के भाई रामनिवास की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी इस मामले में मृतक विक्रम सहित अन्य लोग गवाह थे। मंगलवार को इस मामले में सरपंच विक्रम की महत्वपूर्ण गवाही भी होना थी यही वजह है कि इस केस के सिलसिले में वकील से मिलने के लिए विक्रम सुबह गायत्री नगर पहुंचा था।