मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
शहर में धूम-धाम से प्रारंभ हुए गणेश उत्सव में मां ताप्ती मंडल द्वारा “श्री गणेश गौरव प्रतियोगिता” का आयोजन कर गणेश मंडल को प्रथम द्वितीय और तृतीय पुरस्कारों से नवाज़ा गया है। जानकारी देते हुए मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद श्रीमती सरिता राजेश भगत ने कहा कि वर्ष 1893 में लोकमान्य तिलक चाहते थे कि गणेश महोत्सव, धार्मिक कर्मकांड तक न सीमित रहे, बल्कि इसे समाज को संगठित करने के उद्देश्य से भी मनाया जाए।
गरम दल नेता सांस्कृतिक चेतना जगाने और लोगों को एकजुट करने के तर्क के साथ, ऐसे आयोजनों के पक्ष में तिलक का साथ लाला लाजपत राय, बिपिन चंद्र पाल, अरबिंदो घोष, राजनारायण बोस और अश्विनीकुमार दत्त जैसे नेताओं ने दिया। इन सबके सहयोग से साल 1893 में तिलक ने गणेश महोत्सव करवाने वाली सबसे पहली मंडली शुरू की इसका नाम था- ‘केशवी नाइक चाल सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल जो आज सम्पूर्ण देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा। समिति द्वारा प्रतिमा, मंडल द्वारा समाज को झांकियो के माध्यम से दिया जा रहा संदेश इस तरह के बिन्दुओं के आधार विजेताओं की घोषणा बुधवार को कर सम्मानित किया। प्रतियोगिता का उद्देश्य आज की युवा पीढ़ी तक गणेश उत्सव प्रारंभ करने के पीछे स्वर्गीय लोकमान्य तिलक के उद्देश्य थे, उनको पहुंचाते हुए सामाजिक समरसता के वातावरण में यह उत्सव जनजागृति के लिए सफल हो, ऐसे प्रयास करना।
इसी उद्देश्य और भावना को सामने रखते हुए बुरहानपुर के गणेश मंडलों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया, जिस में प्रथम पुरस्कार राधा कृष्ण गणेश मंडल को दिया गया। जिसने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के रूप में झांकी। दूसरा पुरस्कार स्वतंत्र गणेश मंडल, तीसरा पुरस्कार जय मां काली गणेश मंडल को दिया गया। इस दौरान अर्चना चितारे, प्रति बालाजीवाले, मीनाक्षी महाजन, राजू खेड़कर, आशीष भगत, धर्मेंद्र सोनी, जय गंगराड़े, संजय चौधरी, अरुण महाराज, प्रकाश नाईक, संजय चौकसे आदि उपस्थित थे।
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