रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी/पंकज बडोला, झाबुआ (मप्र), NIT:

वर्षा ऋतु उपरांत मच्छरों के पैदावार होने के कारण मच्छर जनित बीमारी के प्रसार को दृष्टिगत रखते हुए विभाग द्वारा ग्रामों में निरंतर क्षैत्रीय कार्यकर्ता एवं फील्ड स्टॉफ द्वारा सघन लार्वा सर्वे तथा फॉगिग(धूंआ) किया जा रहा हैं।
मंगलवार को जिला मलेरिया अधिकारी डी.एस.सिसोदिया एवं जिला व्हीबीडी सलाहकार जितेन्द्र बघेल द्वारा कल्याणपुरा ब्लॉक के ग्राम गोला छोटी का भ्रमण किया गया।
भ्रमण के दौरान ग्राम में बीमारी के संबंध में एवं क्षैत्रीय कार्यकर्ताओं द्वारा रोग नियंत्रण के संबंध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी उप स्वा.केन्द्र में पदस्थ सीएचओ श्रीमती रेशमा डामोर से ली तथा उनके द्वारा उप स्वा.केन्द्र के ग्रामों में किये जा रहे रोग प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की समीक्षा की।
मौके पर सीएचओ को निर्देशित किया कि सर्वे के दौरान ग्राम के प्रत्येक घरवासियों से बीमारी के संबंध में चर्चा अवश्य करें। जिन घरों में बुखार रोगी है, उनकी तत्काल जांच एवं उपचार की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
घरों में लार्वा सर्वे एंव फागिंग (धुंआ) किया अवश्य करवाया जाए। ग्रामवासी रात एवं दिन को सोते समय मच्छरदानी का उपयोग नहीं कर रहे हैं इस हेतु ग्रामवासियों को सोते समय मच्छरदानी के उपयोग हेतु प्रेरित करने हेतु निर्देशित किया गया। सर्वे के दौरान यह भी पाया गया है कि ग्राम के रहवासियों के बाहर पशुओं के पीने के लिये रखी गई सीमेंट एवं प्लास्टिक के कंटेनरों में पानी भरा रहता हैं। घरवासियों द्वारा पानी से भरे कंटेनरों को न तो नियमित खाली किया जा रहा है ना ही कंटेनरों की साफ-सफाई की जा रही हैं जिसके कारण इन कंटेनरों में मच्छरों की पैदावार हो रही है जो कि बीमारियों का फैलाव करने में सहायक हैं। इस हेतु रहवासियों को समझाइश दी है कि इन कंटेनरों की नियमित साफ-सफाई करें ताकि रोगों के प्रसार को रोका जा सकें।