मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, ब्यूरो चीफ, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

बुरहानपुर के असीरगढ़ में स्थित भारत के प्रसिद्ध सूफी संत, आध्यात्मिक शख्सियत, शैखुल मशाईख सुलतानुल आरेफिन हज़रत सैयदना शाह नौमान चिश्ती रहमतुल्ला अलेह उर्फ़ सरकार ए असीरगढ़ का एक रोज़ा उर्स बड़ी धूमधाम से क़दीमी रिवायत के मुताबिक़ सनिचार 16 सितंबर 2023 को बड़ी धूमधाम से मनाया गया। सुबह 11:00 बजे से महफिले समां का प्रोग्राम शुरू हुआ जो दिन में 3:00 बजे तक चला।

इसके बाद आस्ताना ए आलिया पर चादर पेश की गई जिसमें हज़रत शाह नौमान सोसायटी खंडवा के जनाब अखलाक भाई उर्फ लाला अशरफी, हाजी अब्दुल अज़ीज़ अशरफी, सलीम भाई और उनके साथियों ने मिलकर चादर पेश की। और खाक़ाही कव्वाल मोहम्मद युसूफ फ़राज़ फारूकी बुरहानपुरी ने अपने विशेष अंदाज़ में सूफियाना कलाम पेश किया जिसके बाद लंगर शरीफ तक़सीम किया गया। जोहर की नमाज़ के बाद पीरे तरीक़त शहजादा ए गौसए आज़म हज़रत अल्लामा मौलाना सैयद अबु बकर क़ादरी चिश्ती की क़यादत में और एडवोकेट फरीद अहमद, शब्बीर भाई, मौलाना शकील अहमद ताज क़ादरी चिश्ती की मौजूदगी में क़दीमी संदल खादिम ए दरगाह मोहम्मद ज़हीर क़ादरी के घर से निकला,जो मगरिब की नमाज़ के बाद आस्ताना ए आलिया पर पेश किया गया। यहां अकीदत मंदों का तांता लगा हुआ था। संदल शरीफ में भी खानक़ाही कव्वाल ने समां बांध दिया। लंगर रात 12:00 बजे तक चला।
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