बिना कोचिंग के सहारे अपनी मेहनत से पाया मुकाम, मां की लाड़ली गीता अब बच्चों को पढ़ाएंगी शिक्षा का पाठ | New India Times

यूसुफ खान, ब्यूरो चीफ, धौलपुर (राजस्थान), NIT:

बिना कोचिंग के सहारे अपनी मेहनत से पाया मुकाम, मां की लाड़ली गीता अब बच्चों को पढ़ाएंगी शिक्षा का पाठ | New India Times

अपने हौसलों के बल पर हम अपनी प्रतिभा दिखा देंगे भले कोई मंच ना दे हमको हम मंच अपना बना लेंगे जी हां एक ऐसा ही मंच बनाया है शिक्षा के क्षेत्र में धौलपुर के बजरंग कॉलोनी मिडवे के सामने गीता पुत्री राकेश कुमार व्याख्याता ने गीता ने‌ तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती लेवल वन के परिणाम में अपनी मेहनत से परचम लहराते हुए परिवार एवं रजक समाज का नाम रोशन किया है। गीता के पिता राकेश कुमार व्याख्याता है तो वही माता रामबेटी ग्रहणी है और छोटा भाई एमबीबीएस की तैयारी कर रहा है ऐसे में गीता ने बिना कोचिंग के सहारे घर के कामकाज में अपनी मां का हाथ बटाते हुए इस मुकाम को पाया और वह शिक्षक बनी गीता बताती है कि उन्होंने अपने मां-बाप की प्रेरणा से इस मुकाम को हासिल किया है और वह आगे भी बहुत कुछ करना चाहती हैं रीट परीक्षा में गीता का चयन होने पर संत गाडगे रजक समाज सेवा समिति धौलपुर के पदाधिकारियों मैं सचिन शैडवाल, सहदेव कंसोटिया, कैलाश रजक, बृजमोहन दिवाकर, जीतू दिवाकर सेपऊ, अरविंद कुमार रजक, धर्मेंद्र रजक, आदि लोगों ने‌ उनके निवास पहुंचकर गीता को माल्यार्पण एवं मिठाई खिलाकर बधाई दी। और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की


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