मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
बीपीडीपी योजना के कामों में अनियमितता बरते जाने के आरोप लगाया गया है और मामले में विरोध कर रहे जनपद सदस्यों को योजना से 7- 7 लाख रुपए लगभग की राशि के काम उनके जनपद क्षेत्र में देकर उन्हें शांत कराया गया।
जनपद पंचायत जुन्नारदेव की सीईओ के खिलाफ जनपद सदस्यों ने कमिश्नर जबलपुर संभाग के नाम एसडीएम जुन्नारदेव कार्यालय पहुंच कर ज्ञापन सौंपा। नाराज जनपद सदस्यों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी पर बीपीडीपी योजना के अंतर्गत अनियमितताएं बरते जाने के आरोप लगाए । जनपद सदस्य सांवली पवार, सुखदेव शीलू, सन्नीलाल परतेती ,कपूरी लोबो, सुनीता शीलू, समलिया उईके, सुर चंद्र धुर्वे, प्रेमवती परतेती ,कृष्णकांत चौरासे, नारायण भोपा, श्यामवती नरे,श्याम वती बनवंशी ,रीना बैठे, संगीता बेलवंशी सहित 14 जनपद सदस्यों ने सी ई ओ के द्वारा योजना में आई राशि के कामों को कुछ सदस्यों को वितरण करने का आरोप लगाया। ज्ञापन देते समय जनपद सदस्यों ने बताया कि पूर्व जनपद के समय आपसी सहमति से सामान्य सभा की बैठक में 15 वा वित्त आयोग योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022- 23 के निर्माण कार्यों की कार्य योजना तैयार कर ऑनलाइन ई ग्राम स्वराज पोर्टल पर बीपीडीपी फीड कराई गई थी । परंतु वर्तमान प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी बी डी ओ जनपद पंचायत जुन्नारदेव द्वारा उक्त कार्य योजना को संशोधित कर सामान्य सभा की बैठक लिए बगैर बिना सहमति के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य जनपद सदस्यों को स्वयं के लाभ के लिए नवीन कार्य योजना तैयार कर ई ग्राम पोर्टल पर दर्ज कराई गई एवं निर्माण कार्य स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्रारंभ कराये गए। हालांकि देर शाम को शिकायत व ज्ञापन के सिलसिले के बाद जनपद सदस्यों ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी से भेंट कर पूरी बात उनके सामने रखी जिस पर अधिकारी द्वारा नाराज जनपद सदस्य को भी कामों का वितरण कर उन्हें संतुष्ट कर दिया गया। मामले में विरोध कर रहे जनपद सदस्यों को योजना से 7- 7 लाख रुपए लगभग की राशि के काम उनके जनपद क्षेत्र में देकर उन्हें शांत कराया गया.
पूर्व में पारित प्रस्तावों से की गई छेड़छाड़
जनपद पंचायत जुन्नारदेव के द्वारा पूर्व में पारित प्रस्तावों से छेड़छाड़ भी इस पूरे प्रकरण में सामने आई। नियमानुसार पूर्व समिति द्वारा सामान्य सभा की बैठक में लिए गए प्रस्ताव एवं ऑनलाइन फीड की गई कार्य योजना के अनुसार ही निर्माण कार्य स्वीकृत किया जाना था, परंतु वर्तमान में अधिकारी द्वारा 15 वित्त आयोग व योजना शाखा प्रभारी के स्वयं के हित के लिए नियम विरुद्ध पुराने प्रस्तावों को निरस्त कर नवीन कार्य स्वीकृत कराए गए जिसमें नाराज सदस्यों को विश्वास में नहीं लिया गया ना हीं इनसे कोई सहमति ली गई। ज्ञापन सौंपकर सदस्यों ने यह भी बताया कि अधिकारी द्वारा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य जनपद सदस्यों के जनपद क्षेत्र में 20 -20 लाख रुपए की राशि के 1 करोड़ रुपए के कार्य स्वीकृत कर प्रारंभ करा दिए गए ,निर्माण कार्यों का सामान्य सभा की बैठक में प्रस्ताव लिया गया है तो वह हमें क्यों नहीं बताया गया, वर्तमान अधिकारी द्वारा जनपद सदस्यों ने फर्जी प्रस्ताव तैयार कर नवीन बीपीडीपी फीड कराए जाने के आरोप भी लगाए।
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