नरेन्द्र कुमार, ब्यूरो चीफ, जलगांव (महाराष्ट्र), NIT:
कोरोना काल में जनता से थाली बजवाने के चार साल बाद उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की ज़ुबानी “मोदी जी कोविड का टीका ना बनवाते तो लाशों के ढ़ेर लग जाते” जैसे बयान सुनने को मिल रहे है। रफाल को नींबू मिर्च टांगने वाली सनातन सोच रखने वाले हुक्मरानों से क्या उम्मीद कर सकते हैं। अच्छा होता कि राज्य की असंवैधानिक सरकार डॉक्टर डे पर मेडिकल फील्ड से जुड़े उन तमाम महानुभावों के प्रति अपना आभार व्यक्त करती जिन्होंने कोरोना के दौरान अपनी जान खतरे में डालकर राष्ट्र के नागरिकों की रक्षा में योगदान दिया।
डॉक्टर डे के मौके पर सरकार ने सिकलसेल उन्मूलन का प्रोग्राम घोषित कर महाराष्ट्र में केंद्र की मोदी और राज्य की शिंदे-फडणवीस सरकार की ब्रांडिंग शुरू कर दी है। जामनेर के उपजिला अस्पताल में सिकलसेल अनीमिया उन्मूलन अभियान के विषय में जानकारी दी गई। यहां निगम की मेयर साधना महाजन उपस्थित रहीं। इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) तथा जामनेर शहर पंजीकृत मेडिकल प्रशिक्षित असोसिएशन (JSRMPA) के साझा मंचन से रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में 44 बैग रक्त संचयन हुआ। सरकारी अस्पताल के डीन डॉ विनय सोनवणे, डॉ हर्षल चांदा, IMA प्रमुख डॉ संदिप पाटील, शहर पंजीकृत प्रैक्टिशनर असो चीफ़ डॉ चंद्रशेखर पाटील मौजूद रहे। ज्ञात हो कि निजी डॉक्टर विंग द्वारा शहर में कला, संस्कृति, संगीत, खेल इत्यादी क्षेत्रों के विकास के लिए व्यापक योगदान दिया जाता आ रहा है।
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