मो. मुजम्मिल, जुन्नारदेव/छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:
रीइंबर्समेंट सहित कई मांगों को लेकर प्राइवेट स्कूल संचालक एकजुट हो गए हैं। उन्होंने एक नया मोर्चा बना लिया है। इसके बैनर तले सोमवार को अरेरा हिल्स स्थित राज्य शिक्षा केंद्र (आरएसके) का घेराव किया गया। आरएसके परिसर में धरना देकर उन्होंने नारेबाजी भी की।
प्रदर्शन में भोपाल समेत प्रदेश के कई जिलों से आए निजी स्कूल डायरेक्टर्स शामिल हुए। मोर्चा में सोसायटी फॉर प्राइवेट स्कूल डायरेक्टर्स (सोपास), मध्यप्रदेश अशासकीय शाला संचालक मंच और निजी स्कूल संचालक संघ शामिल हैं। सोपास के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर आशीष चटर्जी ने बताया कि प्रदेश के सभी संगठनों का एक महा संगठन बनाया गया. है। एकजुट होकर पहली बार राजधानी में इस तरह का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद मोर्चा के एक प्रतिनिधि मंडल ने सीएम हाउस और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री के बंगले पर पहुंचकर बातचीत भी की। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन इस मोर्चा में शामिल नहीं हुआ।
ये हैं प्रमुख मांगें
- बच्चों के एडमिशन के एवज में आरटीई रीइंबर्समेंट का भुगतान करें।
- पांचवीं और आठवीं के स्टूडेंट्स की बोर्ड की पूरक परीक्षाओं को निरस्त कर उन्हें जनरल प्रमोशन दिया जाए।
- नवीनीकरण के अटके मामले निपटाकर उन स्कूलों को मान्यता दी जाए।
- रजिस्ट्री कट किरायानामा को हटाकर नौकरी वाले किरायानामा को मान्य करें।
- 2016-17 से लेकर 2020 से 2023 तक का जो बैकलॉग है, उसको क्लियर कर पोर्टल खोला जाए। इसमें जिन बच्चों की फीस प्रतिपूर्ति नहीं हुई वह एडजस्ट की जाए।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत सिंह ने कहा कि फीस प्रतिपूर्ति की किस्त जारी हो गई है और अन्य मांगें भी मान ली गई हैं।
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