प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान ग्वालियर में मनाया गया पर्यावरण दिवस | New India Times

गुलशन परूथी, ग्वालियर (मप्र), NIT:

प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान ग्वालियर में मनाया गया पर्यावरण दिवस | New India Times

प्रेस्टीज प्रबंधन एवं शोध संस्थान ग्वालियर में विश्व पर्यावरण दिवस को धूमधाम से मनाया गया। प्रेस्टीज एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी सेल दौरा छात्र-छात्राओं में पर्यावरण जागरूकता को जगाने के उद्देश्य से विश्व पर्यावरण दिवस का आयोजन किया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य हमारी प्रकृति की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाना और दिन प्रतिदिन बढ़ रहे विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों को समझना रहा। संस्थान के निदेशक डॉ निशांत जोशी के द्वारा छात्र-छात्राओं के साथ मिलकर पौधारोपण किया गया साथ ही उन्होंने पर्यावरण जागरूकता का संदेश देते हुए छात्र छात्राओं से आह्वान किया कि प्रत्येक छात्र-छात्राओं को आगे बढ़ चढ़कर पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने की आवश्यकता है, एवं प्रत्येक को एक पेड़ लगाकर पर्यावरण को सुरक्षित भी करना चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान संस्थान के छात्र-छात्राओं के द्वारा सीड-बाॅल को निर्मित किया गया तथा उन्हीं सीड-बाॅल को अध्यापकगण, स्टाफ एवं छात्र-.छात्राओं को वितरित किया गया। इस अवसर पर संस्थान की निर्देशिका डॉक्टर तारिका सिंह ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण हमारी जिम्मेदारी है, और बदलते वातावरण में हमें इस बात को ध्यान रखना है साथ ही, यह समझना बहुत जरूरी है, कि किस तरीके से उपकरणों का उपयोग करना है और किनका नहीं करना है।

इस अवसर पर पर्यावरण प्रकोष्ठ समन्वयिका सहायक प्राध्यापिका स्मृता भदौरिया ने बताया कि छात्र-छात्राओं के द्वारा पर्यावरण संरक्षण से संबंधित स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें पर्यावरण संरक्षण पौधे सोद्देेश्यता के साथ छात्र-छात्राओं ने संदेश भी प्रसारित किया।

कार्यक्रम मे पर्यावरण प्रकोष्ठ के सदस्य डाॅ. प्रवीण आरोणकर, सहायक प्राध्यापक संजय गुप्ता, विशेष उपमन्यू, डाॅ. अभिजीत सिंह चैहान एवं सहायक प्राध्यापिका ज्योति तोमर, श्रृति दुबे, अंकिता शर्मा मौजूद रहे।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading