झाबुआ/अलीराजपुर जिले में मची हुई है भगोरिया उत्सव की धूम, एक सप्ताह तक रहेगी इस संस्कृतिक उतस्व की धूम, पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम | New India Times

रहीम शेरानी हिन्दुस्तानी, ब्यूरो चीफ, झाबुआ (मप्र), NIT:

झाबुआ/अलीराजपुर जिले में मची हुई है भगोरिया उत्सव की धूम, एक सप्ताह तक रहेगी इस संस्कृतिक उतस्व की धूम, पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम | New India Times

मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल्य झाबुआ जिले में 1 मार्च से 7 मार्च तक चलने वाले आदिवासी संस्कृति के लोकप्रिय भगोरिया उत्सव की धूम की शुरुवात हो चुकी है। मध्प्रदेश के आदिवासी बाहुल्य झाबुआ व अलीराजपुर जिले में भगोरिया पर्व की धुम मची हुई है।
झाबुआ जिला मुख्यालय के करीब ग्राम भगोर में प्राचीन ऐतिहासिक शिवालय मौजुद है, ग्राम भगोर भृगुश्रषि की तपस्चर्या स्थली रहा है। इस गांव से आदिवासी समाज के पारंपरिक और उन्माद के उतस्व भगोरिया की शुरूआत हुई है।
जानकारों के अुनसार आदिवासी समाज के लोग भव अर्थात शिव और गोरी अर्थात पार्वती के उपासक रहे हैं इसी से भगोरिया शब्द की उत्पत्ती हुई है। बताया जाता है कि भगोर का भारी भरकम पत्थरों से बना प्राचीन मंदिर हवा में कहीं से उड़ कर आया था भगोर के इसी मंदिर में शिव, पार्वती, की पूजा के बाद इस पारंपरिक पर्व भगोरिया की शुरूआत हुआ करती थी। तभी से इस प्राचीन मंदिर में पूजा का सिलसिला लगातार जारी है।

झाबुआ/अलीराजपुर जिले में मची हुई है भगोरिया उत्सव की धूम, एक सप्ताह तक रहेगी इस संस्कृतिक उतस्व की धूम, पुलिस ने किए सुरक्षा के कड़े इंतजाम | New India Times

भगोरिया पर्व के लिए प्रसिद्ध झाबुआ में होलिका दहन के पहले लगने वाले साप्ताहिक हाट बाजार वाले दिनों में अलग अलग स्थानों पर भगोरिया मेले की मौज मस्ती भांगुरिय महादेव व गल देवता के लिए मनन्त उपवास के साथ आदिवासी वेशभूषा के साथ फैशनेबल पोशाकों में सस्कृति की अभिव्यक्ति भगोरिया उत्सव में दिखने को मिलती है। इस उत्सव को लेकर जिले के विभिन्न जिलों व शहरों में उत्साह के लिए चहल पहल शुरू हो जाती है, प्रशासनिक स्तर पर व्यवस्थागत एवं सुरक्षा संबंधी तैयारियां कर पैनी निगाहें जमा कर पुलिस टीमें में मुस्तैद रहती हैं। 7 मार्च तक भगोरिया मेले की धूम रहेगी।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading