बिजली के निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं को लगा बिल का हाईटेंशन झटका, कंपनी सीईओ को दी गई चेतावनी | New India Times

भैरु सिंह राजपुरोहित, बीकानेर (राजस्थान), NIT; ​
बिजली के निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं को लगा बिल का हाईटेंशन झटका, कंपनी सीईओ को दी गई चेतावनी | New India Timesराज्य सरकार ने जब से बीकानेर में विधुत व्यवस्था एक निजी कंपनी को सौंपी है तभी यहां बिजली व्यवस्था चरमराई हुई है। अब कंपनी ने उपभोक्ताओं को गलत बिल देकर आम उपभोक्ताओं की नींद उड़ा दी है।

जानकारी के अनुसार अगस्त 2016 के बिजली के बिलों और 2017 के बिलों में बिजली का उपभोग निजी कंपनी के अनुसार अचानक चार गुना ज्यादा बढ़ गया। जिसके बिल में अगस्त 2016 में 200 यूनिट खपत थी उसी व्यक्ति की अगस्त 2017  बिल में खबर 800 यूनिट बता दी गई और भारी भरकम बिल भेज दिए गए। कमोबेश यही स्थिति इंद्रा कॉलोनि, सर्वोदय बस्ती, बंगला नगर ,रामपुरा तथा आसपास क्षेत्रों में सभी लोगों के साथ घटित हुई है। ​
बिजली के निजीकरण के बाद उपभोक्ताओं को लगा बिल का हाईटेंशन झटका, कंपनी सीईओ को दी गई चेतावनी | New India Timesपरेशान आम उपभोक्ता जिला कांग्रेस महासचिव सुभाष स्वामी एवं कांग्रेस ओबीसी प्रकोष्ठ अध्यक्ष हसन अली के नेतृत्व में इकट्ठे होकर निजी बिजली कंपनी के कॉरपोरेट ऑफिस बीकानेर नर्सिंग होम के पास रजवाड़ा होटल पहुंचे तथा वहां पर कंपनी के अधिकारी ध्रुव ज्योत चटर्जी से मुलाकात करके समस्या के बारे में बताया तथा जिला महासचिव सुभाष स्वामी ने चेतावनी दी कि अगर 5 अगस्त तक समस्या का समाधान कंपनी के द्वारा कर दिया जाता है और बिलों को सही कर दिया जाता है तो बिलों का भुगतान कर दिया जाएगा अन्यथा 5 अगस्त के बाद किसी भी बिजली कर्मचारी को वार्ड में घुसने नहीं दिया जाएगा और ना ही कोई बिजली का बिल भुगतान किया जाएगा। करीब 350 बिजली के बिल कंपनी के सीओओ को सौंप दिए गए और कहा गया कि वह ठीक करके लौटाएं।

कांग्रेस ओबीसी शहर अध्यक्ष हसन अली गौरी ने चटर्जी को बताया कि इस तरीके की तानाशाही ना करें अन्यथा कंपनी को महंगा पड़ेगा। प्रदर्शन में मुख्य रुप से प्रभुदास स्वामी, पूनम चंद , जुड़ा राम , पुरखाराम , नियाज मोहम्मद सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading