मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
नगर के प्रसिद्ध सूफी संत, शैखुल कबीर हज़रत सैय्यद मोहम्मद नज़ीर मियां चिश्ती फखरी निजामी रहमतुल्ला अलेह का तीन दिवसीय 143 वां सालाना उर्स सोमवार 18 जुलाई 2022 से अपनी कदीमी रिवायत के अनुसार सिंधी बस्ती स्थित दरगाह आस्ताना ए आलिया में दरगाह शरीफ के सज्जादा नशीन और देवा शरीफ यूपी के अध्यात्मिक गुरु हजरत सैय्यद मोहम्मद फारुक मियां चिश्ती मिस्बाही की सरपरस्ती,क्षरहनुमाई और कयादत में आयोजित होगा। दरगाह शरीफ से जुड़े नगर के प्रसिद्ध फनकार शहजादा मोहम्मद आसिफ़ खान गौरी, शकील ख़ान गौरी एवं डॉ वासिफ यार ने संयुक्त रुप से बताया कि सूफी संत हजरत सैयद नज़ीर मियां चिश्ती रहमतुल्ला अलेह का संदल वर्षों पुरानी परंपरा अनुसार गांधी चौक स्थित पेंटर मोहम्मद अशरफ मरहूम के निवास से निकाले जाने की परंपरा के अनुसार 18 जुलाई 2022 को शाम लगभग 5:30 बजे संदल निकलेगा। शहजादा आसिफ़ ने बताया कि रिवायत के मुताबिक सज्जादा नशीन पीरे तरीकत हज़रत सैयद मोहम्मद फारुक मियां चिश्ती मिस्बाही उनके निवास पर दोपहर में तशरीफ़ लाते हैं। गणमान्य नागरिकों के साथ दोपहर के भोजन के पश्चात यहां कुछ देर आराम भी करते हैं। हमारे निवास पर उनके आगमन से वे हमारा गौरव एवं मान बढ़ाते हैं और उनके नेतृत्व में संदल निकलता है जो शहर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ सिंधी बस्ती स्थित दरगाह शरीफ पर पहुंचता है, जहां सज्जादा नशीन और पीरे तरीकत अलहाज सैयद मोहम्मद फारुक मियां चिश्ती मिस्बाही अपने दस्ते मुबारक से संदल पेश करते हैं। उसके बाद प्रसादी का वितरण होता है। शहजादा मोहम्मद आसिफ़ खान गोरी ने मुस्लिम एकता की प्रतीक हज़रत दादा नज़ीर मियां सरकार के तीन दिवसीय उर्स में शिरकत करने की अपील धर्म प्रेमी जनता से की है।
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