मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:
बुरहानपुर के पुलिस अधीक्षक श्री राहुल कुमार लोढ़ा के निर्देशन एवं नेतृृत्व में जिला सायबर सेल लोगों में ऑनलाइन जागरूकता बढ़ाने के साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड में त्वरित कार्यवाही करके राशि वापिस करवाने का सराहनीय कार्य कर रही है। हॉल ही के एक प्रकरण में सायबर सेल ने 3.72 लाख की राशि रिफंड करवाई है।
प्रतापपुरा निवासी फरियादिया ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शिकायत की थी कि मेरे द्वारा एस.बी.आई. क्रेडिट कार्ड रिन्यू करवाने के लिए गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर सर्च करके कॉल किया गया। कॉलर द्वारा मुझसे मेरे क्रेडिट कार्ड के बारे में सारी जानकारी ली गयी व कार्ड रिन्यू करने के लिए एक प्रक्रिया बताई गई। उन्होंने मुझे अपना फोन चालू रखते हुए गूगल प्ले से एनिडेस्क एप इंस्टाल करने को कहा। जो कि मेरे द्वारा इंस्टाल कर ली गयी। फिर उन्होंने मुझे मेरे मोबाइल पर आए पासवर्ड को एप में डालने को कहा जो मेरे द्वारा डाला गया। फिर उन्होंने फ़ोन चालू रखते हुए मेरे मोबाइल में आए तीन ओटीपी बताने के लिए कहा। वो जैसा कहते गए मैं करती गयी। ऐसा करते ही कुछ देर बाद मेरे मोबाइल पर मैसेज आया जिसमें मेरे एसबीआई क्रेडिट व डेबिट कार्ड से कुल 160000, 164000, 48000, 25000 इस तरह 4 बार में लगभग 4 लाख रुपये की राशि का ट्रांजेक्शन कर लिया है। तब मुझे पता लगा कि मेरे साथ ऑनलाइन फ्रॉड हो गया है। मैंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय बुरहानपुर में ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकायत की। पुलिस अधीक्षक द्वारा महिला की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सायबर सेल को त्वरित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। सायबर सेल द्वारा अमाउंट जिन खातों में क्रेडिट हुआ उनका पता लगाया गया तो ज्ञात हुआ कि आरोपियों द्वारा फरियादिया के क्रेडिट कार्ड को यूज़ कर फ्लिपकार्ट से 07 मोबाइल खरीदे गए व बाकी की राशि क्रेडिट कर ली गयी। सायबर सेल द्वारा फ्लिपकार्ट व एरोन-पे के नोडल अधिकारियों से संपर्क कर ट्रांजेक्शन फ्रीज़ करवाए गए जिसमें 3,72,000 रुपये का अमाउंट फ्रीज़ हुआ जो राशि फरियादिया को वापिस लौटाई गयी। उक्त कार्यवाही में सायबर सेल में पदस्थ आर. दुर्गेश, आर. मनोज, आर. सत्यपाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा। पुलिस द्वारा लोगों को सायबर धोखाधड़ी के संबंध में लगातार जागरूक किया जा रहा है। उन्हें गूगल पर कस्टमर केयर के नंबर सर्च कर सामने आए किसी भी नम्बर पर कॉल करने से बचने, किसी कॉलर के कहने पर एनिडेस्क एप इंस्टाल न करने (इस एप से आपके मोबाइल/कंप्यूटर का एक्सेस उस व्यक्ति के पास चला जाता है), अपने क्रेडिट/डेबिट कार्ड की जानकारी, ओटीपी आदि किसी को नहीं बताने, प्रोमो-कोड, कैश बैक ऑफर के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी आदि से सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है। जागरूक रहकर ही ऑनलाइन फ्रॉड से बचा जा सकता है।
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