सऊदी सरकार की हज नीति 2022/1443 H के आलोक में भारत सरकार ने की हज के फॉर्म भरने की घोषणा | New India Times

मेहलक़ा इक़बाल अंसारी, बुरहानपुर (मप्र), NIT:

सऊदी सरकार की हज नीति 2022/1443 H के आलोक में भारत सरकार ने की हज के फॉर्म भरने की घोषणा | New India Times

ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसाइटी की मध्य प्रदेश इकाई के प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी मतीन अजमल ने बताया कि सऊदी सरकार द्वारा हज नीति 2022/ 1443 H की घोषणा की है जिसके अनुसार इस साल सऊदी राज्य के अंदर और सऊदी राज्य से बाहर के 10 लाख हाजियों को शर्तों के अधीन हज की अनुमति होगी। सऊदी सरकार की घोषणा अनुसार हज हेतु अधिकतम आयु 65 वर्ष करने के साथ सऊदी पहुंचने से 72 घंटे पहले की नेगेटिव पीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। भारत सरकार, अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय, नई दिल्ली ने सऊदी गाइडलाइन के पालन में नया सर्कुलर जारी करते हुए हज आवेदकों से 9 अप्रैल से 22 अप्रैल तक हज के आवेदन दोबारा मंगवाए हैं। इस संबंध में हज निर्देशिका के निम्न प्रावधान स्पष्ट किए गए हैं:
1. हज आवेदक जिन्होंने पहले ही हज 2022 के लिए आवेदन कर दिया है और सभी आवेदक 65 वर्ष से कम आयु के हैं, उन्हें फिर से हज आवेदन फॉर्म भरने की जरूरत नहीं है।
2. यदि कवर में एक या अधिक आवेदक 65 वर्ष से अधिक आयु के हैं तो उक्त कवर रद्द कर दिया जाएगा।
2(a) और यदि रद्द किए गए कवर में से कोई भी आवेदक 65 वर्ष से कम आयु का है और हज के लिए आगे बढ़ना चाहता है तो उसे 22 अप्रैल 2022 तक नए सिरे से आवेदन करना आवश्यक है।
2 (बी) एक आवेदक/ऐसा आवेदक जो 65 वर्ष से कम आयु का है और रद्द कवर का सदस्य है, को नए आवेदन के लिए आवेदन करते समय 300/- के पिछले भुगतान किए गए एचएएफ शुल्क का उपयोग केवल अपने लिए कर सकता है।
3. जो कोई पहले हज 2022 के लिए आवेदन करने का मौका चूक गया, वह अब 22 अप्रैल 2022 तक आवेदन कर सकता है। भारतीय हज समिति की वेबसाइट www.hajcommittee.gov.in पर
4. नए आवेदक को 300/- रुपये का शुल्क देना होगा, भले ही वह रद्द किए गए कवर आवेदक के साथ हो। नए आवेदक अथवा पुराने आवेदक को किसी भी कठिनाई की स्थिति में या अपनी किसी समस्या के निराकरण हेतु वह ऑल इंडिया हज वेलफेयर सोसाइटी के कार्यालय में पहुंच कर जिला अध्यक्ष हाजी मोहम्मद अली अंसारी उर्फ़ दादा,, सचिव अब्दुल रजाक सिद्दीकी अथवा अंजुमन खुद्दामुल हुज्जाज के कार्यालय में संरक्षक एवं शाही जामा मस्जिद बुरहानपुर के मुतावलली हज़रत सय्यद तिलत तमजीद उर्फ़ बाबा मियां से व्यक्तिगत भेंट कर अपनी शंकाओं का समाधान कर सकते हैं।


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