शिवराज सिंह 18 साल का हिसाब दें, मैं 15 माह का दे दूंगा: कमलनाथ. देश और प्रदेश के क्या हालात हैं यह किसी से छिपे नहीं हैं: नकुलनाथ | New India Times

आसिम खान, ब्यूरो चीफ, छिंदवाड़ा (मप्र), NIT:

शिवराज सिंह 18 साल का हिसाब दें, मैं 15 माह का दे दूंगा: कमलनाथ. देश और प्रदेश के क्या हालात हैं यह किसी से छिपे नहीं हैं: नकुलनाथ | New India Times

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ व जिले के सांसद श्री नकुलनाथ ने अपने चार दिवसीय दौरे के दूसरे दिन बिछुआ ब्लॉक के ग्राम मड़कासुर और उमरेठ ब्लॉक के ग्राम पटपड़ा में विशाल आमसभा को सम्बोधित किया। सभा को सम्बोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री कमलनाथ ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रदेश में 18 साल से काबिज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपनी कितनी घोषणाओं को पूरा किया वह खुले मंच पर आकर हिसाब दें और मैं अपनी 15 महीने की सरकार का हिसाब दूंगा।

उमरेठ ब्लॉक के ग्राम पटपड़ा की विशाल आमसभा को सम्बोधित करते हुए जिले के युवा सांसद माननीय नकुलनाथ जी ने कहा मेरे नौजवान साथियों बड़ी खुशी हुई आप सभी के बीच आकर। देश, प्रदेश और जिले की क्या हालत है, किसी से छिपी नहीं है। किसानों की बात करें तो उन्हें पर्याप्त खाद नहीं मिल रही है, लेकिन कालाबाजारी पूरी हो रही है। किसी तरह किसान अपनी उपज तैयार कर बाजार लेकर पहुंचता है तो वहां उचित दाम नहीं मिल रहे हैं, फिर भी प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज जी यह कहने से नहीं चूक रहे कि किसानों की आय दोगुनी करेंगे, यह सुनते-सुनते वर्षों हो गए किसानों की आय तो दोगुनी नहीं हुई, लेकिन लागत जरूर दोगुनी हो चुकी है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वादा किया था कि हर साल दो करोड़ शिक्षित युवाओं को रोजगार देंगे, मैं इस सभा में मौजूद युवाओं से पूछता हूं क्या हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार मिला है, यहां मौजूद किसी एक युवा को भी आज तक रोजगार नहीं दे पाएं अब बात रोजगार की नहीं धर्म की करने लगे हैं। मैं सिर्फ आप सभी लोगों से इतना कहना चाहता हूं कि आप अपने और अपने बच्चों के भविष्य का ध्यान रखें और सच्चाई का साथ दें।

आमसभा को सम्बोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ जी ने कहा मुझे ऐसा मप्र मिला था, जहां उद्योगपति निवेश करने से डरते थे। ऐसा मप्र सौंपा था जो अपराध में नम्बर एक, महिलाओं और आदिवासियों पर अत्याचार दुराचार में नम्बर एक, भ्रष्टाचार में नम्बर एक, किसान आत्महत्या में नम्बर एक। महज 15 माह की सरकार में 27 लाख किसानों का कर्जा माफ किया, इस बात को सदन में भाजपा ने भी स्वीकार किया। शुद्ध के लिए युद्ध का अभियान छेड़ा और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। शेष किसानों की कर्जमाफी की प्रक्रिया जारी थी, लेकिन भाजपा ने षड्यंत्र पूर्वक सरकार गिरा दी। फिर भी मैं इस मंच से कहना चाहता हूं कि शिवराज जी किसी भी मंच पर आकर अपने 18 साल का हिसाब दें और मैं 15 माह का हिसाब दूंगा। शिवराज जी के झूठ के आगे अब झूठ भी शर्माता है, मैंने छिंदवाड़ा की अलग पहचान बनें यही सदैव प्रयास किया है, परन्तु वर्तमान भाजपा सरकार ने अब यह मूलमंत्र बना लिया है कि पैसे दो और काम लो। हमने सदैव सर्वधर्म सदभाव का रास्ता अपनाया है और हमने धर्म को कभी राजनीतिक मंच पर नहीं लाया। परन्तु देश काल और परिस्थिति सभी के सामने हैं।


Discover more from New India Times

Subscribe to get the latest posts to your email.

By nit

This website uses cookies. By continuing to use this site, you accept our use of cookies. 

Discover more from New India Times

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading